Application software क्या है?कितने प्रकार के होते है

जैसाकि हम सभी जानते है कि कोई भी computing device विना एप्लीकेशन के काम नही कर सकता। ऐसे मे जाहिर है की एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर इसमे एक महत्वपूर्ण भुमिका निभाता है। कहने का मतलब यह है की हर एक डिजिटल डिवाइस को सकोशल चलाने के पिछे Application software का बहुत बड़ी भुमिका होती है।

लेकिन कई लोग एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर क्या है और इसका क्या महत्व है इसके बारे मे कुछ खास नही जानते? तो इस ब्लॉग पोस्ट में मे एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर , इसकी परिभाषा, प्रकार और उपयोगों के बारे में आपसे चर्चा करने जा रहा हू।इसलिए हमारे साथ बने रहे और इस ब्लॉग पोस्ट को पुरा पढ़ै।

Application software क्या है?

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जिसे किसी खास काम को करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। कभी-कभी इसे ऐप भी कहा जाता है, खासकर जब इसे स्मार्टफोन पर इस्तेमाल किया जाता है। इनका इस्तेमाल व्यक्तिगत, व्यावसायिक, मनोरंजन और शैक्षणिक समेत कई डिजिटल समाधानों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को उत्पादकता सॉफ्टवेयर या एंड-यूज़र सॉफ्टवेयर के रूप में पहचाना जा सकता है। इसे उपयोगकर्ताओं को एक निश्चित उत्पादकता, दक्षता या संचार प्रक्रिया में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

Microsoft Word या Excel जैसे प्रोसेसिंग और स्प्रेडशीट प्रोग्राम, Firefox और Google Chrome जैसे वेब ब्राउज़र एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के सबसे लोकप्रिय उदाहरण हैं। इसके अलावा, कैंडी क्रश सागा और लूडो जैसे कई गेमिंग ऐप, जिन्हें उपयोगकर्ता अक्सर अपने स्मार्टफोन पर खेलते हैं, वे भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर हैं। यहाँ तक कि सबसे लोकप्रिय एप्लीकेशन जिन्हें हम रोज़ाना इस्तेमाल करते हैं जैसे कि WhatsApp और Telegram भी एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर या ऐप में गिने जाते हैं।

इसका उपयोग कहा किया जाता है

इस प्रोग्राम उपयोगकर्ताओं के विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने या उनकी अनेक समस्याओं को हल करने के लिए विकसित किए जाते हैं। एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर के कुछ प्रमुख उपयोग नीचे दिए गए हैं:

वर्ड प्रोसेसिंग: इसे उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट दस्तावेज़ बनाने, संपादित करने और प्रारूपित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वर्ड प्रोसेसिंग एप्लिकेशन विशेष रूप से पत्र लिखने, रिपोर्ट बनाने और दस्तावेजों का मसौदा तैयार करने जैसे कार्यों को पूरा करने के लिए उपयोग किए जाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। Microsoft Word इसका एक सठिक उदाहरण माना जा सकता हे।

डेटाबेस प्रोग्राम: बड़ी मात्रा में डेटा को संग्रहीत, व्यवस्थित और प्रबंधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया। डेटाबेस एप्लिकेशन प्रोग्राम उपयोगकर्ताओं को डेटाबेस बनाने और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें संशोधित करने की अनुमति देता है।

मनोरंजन : वे विशेष रूप से लोगों के मनोरंजन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जहां विभिन्न प्रकार के एप्लिकेशन का उपयोग किया जाता है। जैसे वीडियो गेम, मल्टीमीडिया प्लेयर और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म से लेकर वर्चुअल एप्लिकेशन और कई अन्य लोग मनोरंजन की दुनिया से जुड़े होते हैं।

बिजनेस: इसे विशेष रूप से व्यवसायों को अपना अनलाइन व्यवसाय कुशलतापूर्वक चलाने में मदद करने के लिए विकसित किया गया है। बिजनेस सॉफ्टवेयर में लेखांकन, परियोजना प्रबंधन, ग्राहक संबंध प्रबंधन (सीआरएम), मानव संसाधन प्रबंधन और कई अन्य प्रावधान शामिल हैं।

शैक्षिक: इसे सीखने की सुविधा प्रदान करने और शिक्षा के अनुभवों को अधिक प्रभावी बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें इंटरैक्टिव लर्निंग प्रोग्राम, शैक्षिक खेल, भाषा सीखने के ऐप, वर्चुअल लर्निंग और ऐसी कई अन्य सुविधाएँ शामिल हो सकती हैं।

कंप्यूटर-एडेड डिज़ाइन (सीएडी): इसका उपयोग मूल रूप से आर्किटेक्ट, नामित इंजीनियर और प्रोजेक्ट डिज़ाइनर द्वारा डिज़ाइन और मॉडल बनाने, उनका विश्लेषण करने और आवश्यकतानुसार उन्हें संशोधित करने के लिए किया जाता है। इससे आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर के लिए सटीक कार्य स्तर तक पहुँचना और विस्तृत ड्राफ्टिंग बनाना, 3D मॉडलिंग बनाना और अंतिम डिज़ाइन को आकार देना आसान हो जाता है।

स्प्रेडशीट: इनका उपयोग डेटा को व्यवस्थित करने, विश्लेषण करने और संख्यात्मक डेटा को क्रमबद्ध तरीके से तालिका के रूप में प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। स्प्रेडशीट का उपयोग मुख्य रूप से वित्तीय कार्य परियोजनाओं में किया जाता है। खास तौर पर डेटा विश्लेषण, बजट, डेटा प्रबंधन और चार्ट और ग्राफ़ बनाने के लिए ताकि परियोजना को समझना आसान और अधिक वर्णनात्मक बनाया जा सके।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कार्य

यह प्रोग्राम मूल रूप से विभिन्न प्रकार के कार्यों में सहायता करने के लिए बनाया गया है। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की कुछ विशेषताएं और उदाहरण इस प्रकार हैं:

  • सूचना और डेटा का प्रबंधन दस्तावेजों का प्रबंधन।
  • वीडियो सिस्टम का विकास ईमेल, टेक्स्ट मैसेजिंग, ऑडियो और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग।
  • अकाउंटिंग, वित्त आदि का प्रबंधन।
  • संसाधनों या परियोजनाओं का प्रबंधन।
  • व्यावसायिक परियोजनाओं और प्रक्रियाओं का प्रबंधन।
  • शिक्षा के क्षेत्र में ई-लर्निंग सिस्टम का प्रावधान।
  • स्वास्थ्य के क्षेत्र में देखभाल।
  • गेम और मूवी देखने के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को मनोरंजन प्रदान करना।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के प्रकार

इसे अपनी कार्य प्रक्रिया के आधार अनुसार अलग अलग प्रकारो मे वर्गीकृत किया जा सकता है। यहां एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर के कुछ पमुख कार्य प्रक्रिया उदाहरण के तोरपर दिया गया हैं:

फ्री सॉफ़्टवेयर: जैसा कि इसके नाम से ही आपको पता चलरहा है कि, यह सॉफ़्टवेयर इस्तेमाल के लए मुफ़्त में उपलब्ध है। इस तरह की फ्री एप्लिकेशन आप मुफ़्त में इंटरनेट से प्राप्त कर सकते हैं। उदाहरण के तौरपर Google Chrome, Adobe PDF, और मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स आदि।

शेयरेवल सॉफ़्टवेयर: इसे उपयोगकर्ताओं को एक तय अबदि के लिए परीक्षण के तौरपर मुफ़्त में दिया जाता है। अबदि पुरा हो जाने के बाद अगर उपभोक्ता इस का उपयोग करना जारी रखना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें पेश कि जाने बाली संगठन द्बारा तय राशि का भुगतान करना होता है। विनज़िप, एंटी-वायरस और एडोब रीडर इस तरह के सॉफ़्टवेयर सर्वोत्तम उदाहरण हैं।

ओपन-सोर्स: वे आमतौर पर सोर्स कोड के साथ उपयोग के लिए उपलब्ध होता है। आप इसे अपनी आवश्यकता के अनुसार संपादित कर सकते हैं और साथही कई अन्य सुविधाएँ भी जोड़ सकते हैं।

वे निःशुल्क या सशुल्क दोनो प्रकार के हो सकते हैं। wordpress content management system (CMS) और Apache वेब सर्वर ओपन-सोर्स इसके सर्वोत्तम उदाहरण हैं।

क्लोज्ड सोर्स: इस प्रकार के एप्लिकेशन को आमतौर पर सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम के रूप में जाना जाता है। इनका आमतौर पर भुगतान किया जाता है, और इसका स्रोत कोड बौद्धिक संपदा अधिकारों के तहत पेटेंट द्वारा संरक्षित किया जाता है।

यह आमतौर पर एक ऐसे सेट के साथ आता है जो एक साथ कई सुविधाएँ प्रदान करता है। WinRAR, Adobe फ़्लैश प्लेयर, macOS और Microsoft Windows ऑपरेटिंग सिस्टम या सिस्टम सॉफ्ट्वेयर इसके प्रमुख उदाहरण हैं।

प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर: यह एक प्रकार का एप्लिकेशन है जिसका उपयोग किसी नई उत्पाद या प्रोजेक्ट को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। जैसेकि माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट।

वेब ब्राउज़र: यह आज सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर है जिसका उपयोग दुनिया भर में इंटरनेट पर दस्तावेज़ों या डिजिटल फ़ाइलों को खोजने के लिए किया जाता है। जैसे Mozilla Firefox, Opera browser, Google Chrome, इत्यादि।

ग्राफ़िक्स सॉफ़्टवेयर: इसका उपयोग भाड़ी मात्रा में प्रफेशनलस द्बारा ग्राफ़िक्स डिज़ाइनिंग के लिए किया जाता है। कैनवा, एडोब, फोटोशॉप आदि इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं।

मल्टीमीडिया: इसका उपियोग ऑडियो, वीडियो, छवि, टेक्स्ट आदि जैसे डिजिटल कन्टेट को मिश्रण करने के लिए किया जाता है। इस तरह की सॉफ्टवेयर की मदद से प्रफेशनल आपने प्रोडाक्ट या सावि॔सेस को प्रदर्शित कर सकता है।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के फायदे और नुकसान

लगभग हम सभी जानते हैं कि हम जो कुछ भी अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं, उसके अपने स्तर पर फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। ठीक उसी तरह एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में भी दोनों आयाम मौजूद हैं। यहाँ हमें इनके इस्तेमाल के कई फायदे देखने को मिलते हैं, लेकिन साथ ही, हम इनके कुछ नुकसान भी देख सकते हैं। यहाँ मैंने नीचे एक-एक करके इनके बारे में विस्तार से बताया है।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के फायदे

1. उत्पादकता में वृद्धि: एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, काम को अधिक कुशल और लचीला बनाने के साथ-साथ कम समय लेने वाला बनाता है। उदाहरण के लिए, हम वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर को ले सकते हैं जो फ़ॉर्मेटिंग को स्वचालित करता है ताकि हम कोई भी डिजिटल दस्तावेज़ बनाते समय अपना समय और मैन्युअल प्रयास दौनो बचा सकें।

2. सुरक्षा उपाय: अगर अपने एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को उचित तरीके से प्राप्त की है तो समय समय पर उसकी मुल स्रोत पर बदलाद होते ही आपको इसकी नई अपडेट संस्करण मिल जाता हैं। जिससे आप सॉफ्टवेयर में मौजुद वायरस या malware से होने बाली हानी और अन्य दोषों से सुरक्षित रह सकते है। सॉफ्टवेयर की नियमित अपडेट से आपका डिवाईस बिना किसी त्रुटि के सुचारू रूप से चलेगा।

3. विशेषज्ञता एबम विभिधता: एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आपने काय॔ क्षमता और विशेषज्ञताओ के साथ कई सारे विभिधताऔ मे उपलध्ब है। जिसकी एक मुख्य लाभ यह है की उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप उनका चुनाब कर सकते हैं। कुछ एप्लीकेशन ऐसे भी है जो आपको आंशिक तौरपर मुफ्त याफिर विलकुल मुफ्त सेबाए भी प्रदान करता है। ऐसे मे यह उन उपयोगकर्ताओ के लिए काफी मददगार हो सकता है जिनको पुरी सेबाओ की आवश्यकता नही होती है। हलांकी हर वह नई सॉफ्टवेयर सेबा जिसका उपीयोग आप पेहली बार कर रहै है खासकर जब आप उस एप्लीकेशन से परिचित नही है इंस्टॉल करने से पहले इससे रेटिंग और समीक्षाएं एकबार जरुर देखले।

4. स्केलेबिलिटी: एप्लीकेशन स्केलेबिलिटी सॉफ्टवेयर डिजाइन और कार्यान्वयन के भीतर काम करती है ताकि एप्लीकेशन आसानी से बढ़े हुए लोड को संभाल सके। तेज प्रदर्शन बनाए रखें, और मांग बढ़ने पर भी एप्लीकेशन उत्पादकता की विश्वसनीयता सुनिश्चित करें।

5. क्लाउड स्टोरेज सुविधा: कैनवा जैसे प्रसिद्ध डिजाइनिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर अपने उपयोगकर्ताओं को क्लाउड स्टोरेज सुविधा प्रदान करते हैं। उपयोगकर्ता अपनी गतिविधि को ऑटो-सेविंग प्रक्रिया के साथ संग्रहीत कर सकते हैं और जब भी आवश्यकता हो क्लाउड स्टोरेज के माध्यम से अपनी फ़ाइलों तक पहुँच सकते हैं। यह सुविधा उन लोगों के लिए वास्तव में आश्चर्यजनक है जिन्होंने किसी कारण से अपने कंप्यूटर या लैपटॉप हार्ड ड्राइव से अपनी फ़ाइलें खो दी हैं। उपयोगकर्ता क्लाउड स्टोरेज की मदद से अपनी ग्राफिकल डिज़ाइनिंग फ़ाइलों को फिर से अपने कंप्यूटर पर वापस पा सकते हैं।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के नुकसान

1. विकसित करने में लगने वाला समय और प्रयास: डेवलपर्स को एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर विकसित करने में बहुत अधिक प्रयास और समय लगाना पड़ता है। सॉफ्टवेयर प्रकाशित करने के बाद भी डेवलपर्स को उन पर लगातार नज़र रखनी पड़ती है ताकि ग्राहकों को उनमें त्रुटियों या बग के कारण कोई परेशानी न हो। इस प्रकार, ग्राहकों की समस्याओं को हल करने या मौजूदा एप्लिकेशन में नई सुविधाएँ जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास करने पड़ते हैं, जिसमें संबंधित डेवलपर्स का बहुत समय लगता है।

2. सदस्यता लागत: अधिकांश सदस्यता एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना महंगा होता है। कुछ सॉफ़्टवेयर ऐसे हैं जिन्हें आप एक निश्चित अवधि के लिए मुफ़्त में उपयोग कर सकते हैं। लेकिन, जैसे ही आप अपनी लाइसेंस API कुंजी को नवीनीकृत करते हैं या अपनी सदस्यता को अपग्रेड करते हैं, लागत बढ़ जाती है। इससे नए डिजिटल मार्केटिंग पेशेवरों के लिए उनका उपयोग करना काफी मुश्किल हो जाता है क्योंकि उन्होंने अभी तक कमाई शुरू नहीं की है।

3, सुरक्षा संबंधी मुद्दे: एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के साथ सुरक्षा संबंधी मुद्दे हमेशा बने रहते हैं। उपयोगकर्ता अनजाने में अप्रमाणिक स्रोतों से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते हैं और उन्हें अपने सिस्टम पर इंस्टॉल कर लेते हैं। नतीजतन, वे कभी-कभी दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर के शिकार हो जाते हैं जिसे आमतौर पर मैलवेयर के रूप में जाना जाता है। मैलवेयर आपकी लापरवाही के कारण कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश करता है और आपके पूरे सिस्टम को अपने कब्जे में ले लेता है। यह आपके पूरे सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही, आपका संवेदनशील डेटा दुनिया भर में किसी भी समय हैकर्स द्वारा रिमोट तरीके से डिलीट या चुराया जा सकता है।

4. संगतता संबंधी समस्याएं: एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर की एक और समस्या यह है की सार्वभौमिक रूप से समान संगत बाले नहीं होते हैं। कुछ सॉफ़्टवेयर एक ऑपरेटिंग सिस्टम पर सहजता से काम कर सकते हैं लेकिन दूसरे ऑपरेटिंग सिस्टम पर वे विलकुल भी काम नही करता। उदाहरण के लिए विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम के 32 bit बाला सॉफ़्टवेयर 64 bit बाले सिस्टम पर काम नही कर पता। उसी तरह ios ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने बाला एप्लिकेशन Android पर काम नही करता।

5. डिवाइस संगतता: कुछ एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर का पूर्ण प्रदर्शन संगत संसाधनों पर निर्भर करता है। उन्हें सुचारू रूप से चलाने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए हार्डवेयर के नवीनतम संस्करणों की आवश्यकता होती है। पुराने संस्करण या असंगत संस्करण वाले उपकरण सॉफ़्टवेयर को अच्छी तरह से चलाने में असमर्थ हो सकते हैं। परिणामस्वरूप, उपयोगकर्ता को प्रदर्शन संबंधी उल्लेखनीय समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदाहरण।

नीचे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के कुछ सामान्य नाम उदाहरण के तौर पर दिए गए हैं। माइक्रोसॉफ्ट एज, एमएस पावरपॉइंट, एडोब फोटोशॉप, एडोब इलस्ट्रेटर, एमएस एक्सेल, एमएस वर्ड, फायरफॉक्स, सफारी, क्रोम, ओपेरा, नोटपैड, ओरेकल, स्पॉटिफाई, माइक्रोसॉफ्ट कैलकुलेटर, वीएलसी प्लेयर, विजुअल स्टूडियो, और भी बहुत कुछ।

Conclusion

एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर मारी आधुनिक जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है। यह उपयोगकर्ताओं को कई तरह के कार्यों को पूरा करने मे मदद करता है। उपयोगकर्ताओं के पास इसकी एक विबिधता उपलब्ध है जिनका उपीयोग आपने आवस्यकतानुसार विभिन्न प्रकार के एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर विकल्प मे से चुनाब कर सकते हैं। हर एप्लिकेशन को एक अलग और विशिष्ट कार्यों को पुरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

अब तक आपने जाना की एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसे कंप्यूटर के द्बारा विशिष्ट कार्यों को पुरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हम रोजाना अपने फ़ोन पर जिन ऐप का इस्तेमाल करते हैं दरसल वे सभी अलग अलग प्रकार के एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर है। इन एप्लिकेशनस का महत्व इसलिए हैं क्योंकि वे हमारे जटिल काम को आसान बनाने साथही समय बचाने मे हमारी मदद करता हैं। इनके द्बारा हम अपने दोस्तों के साथ चैट कर सकते,या अपने डिवाइस पर फ़िल्में देखने का आनंद ले सकते हैं। इसी तरह पेशेवर उपयोगकर्ता कई तरह की मुशकिल कामो को चुटकी मे निपटा लेते है।

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