Permalink क्या है? किसी भी वेबपेज के लिए एक परमालिंक सबसे महत्वपूर्ण है। www (वर्ल्ड वाइड वेब) पर प्रकाशित प्रत्येक वेबपेज का एक unique URL (Uniform Resource Locator) होता है जो इंटरनेट पर प्रकाशित होने के बाद लाखों पेजों मे से उस वेबपेज को खोजने में मदद करता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि इन्टरनेट पर मौजुद अरबों URL मे से, वे एक दूसरे से कैसे भिन्न होते हैं? इसके अलाबा, एक खोज इंजन कैसे परिभाषित कर सकता है कि वे पृष्ठ किस सूचना के बारे में है?
दरअसल, एक URL उस पेज का पता होता है और साथही उम्मीद यह की जाती है कि जब तक यह पेज इंटरनेट पर प्रकाशित रहेगा, तब तक यह वही रहेगा। इस URL को परमालिंक भी कहा जाता है।
क्या आप भ्रमित हैं? चिंता न करें इस लेख में, मैं Permalinks से जुड़ी हर वो बात आपको बताऊंगा जो आपके लिए जानना जरूरी है। तो, इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और अच्छी तरह से जान लें कि Permalink क्या होता है।
Table of Contents
Permalink क्या है?
पर्मालिंक उस URL को संदर्भित करता है जो किसी वेबसाइट पर किसी ब्लॉग पोस्ट, वेब पेज आदि के पते के रुप मे उपयोग किया जाता है। यह किसी भी वेबपेज के लिए एक स्थायी लिंक होता है, इसलिए इसे पर्मालिंक कहा जाता है।
वे आमतौर पर दो हिस्सो मे वटा होता हैं, इसके एक हिस्से मे एक डोमेन नाम शामिल होता है और दुसरे हिस्सो मे उस पेज से संबंधित कीवर्ड शामिल होता हैं जो डोमेन नाम के बाद जुड़ता हैं जिसे slug कहा जाता है।
दरसल, URL के वास्तविक हिस्से डोमेन नाम के बाद जुड़ते हैं और इसमें एक तिथि या एक श्रेणी या एक वेबपेज का शीर्षक याफिर वे सभी शामिल हो सकते है। एक परमालिंक URL को यह समझने में आसान बनाता है कि उस वेबपेज मे क्या है।
परमालिंक WordPress CMS (सामग्री प्रबंधन प्रणाली) द्वारा स्वतः उत्पन्न होते हैं।यहाँ इसका एक सरल उदाहरण दिया गया है और साथ ही इसके दौनो भागो को परिभाषित करने का प्रयास किया गया है।
(https://example.com/) (2022/08/16/tech/Permalink-क्या-है/)
Read Also
Permalink के कितने प्रकार होते हैं?
वे मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
1. Static
2. Dynamic
वे हमेशा अद्वितीय URL होते हैं जो प्रत्येक पोस्ट और पेज के लिए सेट होते हैं। यहाँ दो प्रकार के Permalinks उदाहरण के रूप में दिए गए हैं:
https://example.com/tech/what-is-permalink/(स्टेटिक)
https://example.com/wp-content/litespeed/js/b9fdade7a3250c446764ce2.js?ver=64ce2 (डायनामिक)
हालांकि, वे दोनों ही अद्वितीय Permalinks structure होता हैं। एक स्टेटिक यूआरएल पृष्ठ की शीर्षक को प्रसारित करता है और अधिक उपयोगकर्ता के अनुकूल दिखता है। दूसरी ओर, डायनामिक यूआरएल जावास्क्रिप्ट द्वारा बनाई गई एक ऑटो जेनरेटेड आईडी होता है और उसके slug मे वेब पेज के बारे में कोई जानकारी नहीं होता है।
आम तौर पर एक स्टेटिक यूआरएल एक डायनामिक यूआरएल की तुलना में तेजी से अनुक्रमित होता है और खोज इंजन परिणामों में बेहतर रैंक करता है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, एक स्टेटिक URL अक्सर ऐसे कीवर्ड का उपयोग करता है जो यह बताते हैं कि पृष्ठ में क्या है और जो खोज इंजन और आगंतुकों दोनों के लिए इसके उद्देश्य को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। साथ ही यह SEO (search engine optimization)के नजरिए से भी अच्छा है।
WordPress में कितने प्रकार के Permalinks होते हैं?
WordPress में तीन सामान्य प्रकार के Permalinks होते हैं और ये इस प्रकार हैं:
1. Plain permanent link:- इस प्रकार का Permalink WordPress में डिफ़ॉल्ट होते है और जिसे Ugly Permalink भी कहा जाता है क्योंकि यह इस तरह दिखता है। इसमें टैग या कीवर्ड के बजाय एक अद्वितीय पेज आईडी शामिल होता है। इस प्रकार का परमालिंक उपयोगकर्ता और खोज इंजन दौनो के लिए कुछ खास अनुकूलित नहीं होते है क्योकि इस प्रकार के Permalink मे कोई टेग या कीवर्ड नही होते। यहाँ इस प्रकार के Permalink का एक उदाहरण दिया गया है:
http://example.com/?p=123
2. Almost Pretty permalinks:- वर्डप्रेस एक और विकल्प प्रदान करता है जिसे “Almost Pretty permalinks” के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार के परमालिंक में स्लग से पहले /index.php उपसर्ग शामिल होता है जोकि वर्डप्रेस htaccess फाइल के जरिए खुदसे जेनरट करता है। यह कैसा दिखता है यहाँ एक उदाहरण के रूप में दिया गया है कि :
http://example.com/index.php/yyyy/mm/dd/post-name/
इसमे /index.php उपसर्ग के शामिल होने के अलावा, बाकी सबकुछ Pretty permalinks के समान होता हैं।
3. Pretty Permalinks:- यह बाकीओ की तुलना में अधिक एसईओ-अनुकूलित और दिखने मे आकर्षक होता है। Pretty Permalinks सर्च इंजन और मानव दोनों के लिए आसान पठन योग्ग होता हैं क्योंकि यह पेज के इरादे को पूरा करता है। यह कैसा दिखता है इसका एक उदाहरण यहाँ दिया गया है:
http://example.com/category/yyyy/mm/dd/post-name/
एक Pretty Permalink में आमतौर पर कई शब्द जुड़े होते हैं जैसे कि पेज का शीर्षक, पोस्ट की श्रेणी, दिन, महीना, साल, टैग, आदि जिससे पेज के बारे में समझना आसान हो जाता है।
Read Also
HTML Kya hai?10 important Hypertext markup language in Hindi.
WordPress Permalinks Structure
WordPress में Permalinks structure की छह किस्में होती हैं और आप उनमें से किसी एक को चुन सकते हैं। यहां एक छवि दी गई है जिसके जरीए आप वर्डप्रेस द्वारा प्रदान की जाने वाली छह अलग-अलग परमालिंक की संरचनाओं के बारे में बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।
- Plain: यह परमालिंक संरचना वर्डप्रेस द्वारा स्वचालित रूप से उत्पन्न होती है और खोज इंजन के लिए बदसूरत और गैर-अनुकूलित दिखती है।
- Day and name: इसमें एक वर्ष/माह/तारीख प्रारूप के बाद एक पद का नाम शामिल होता है।
- Month and name: परमालिंक संरचना की इस सेटिंग में एक वर्ष/माह का प्रारूप शामिल होता है जिसके बाद एक पोस्ट नाम होता है।
- Numeric:- यह सेटिंग डेटाबेस से पोस्ट की आईडी का उपयोग करती है।
- Post name:- इसमें केवल पद का नाम शामिल है।
- Custom Structure:- यह उपयोगकर्ताओं को वर्डप्रेस में उपलब्ध टैग का उपयोग करके अपने स्वयं के कस्टम यूआरएल संरचना को परिभाषित करने की सुविधा प्रदान करता है।
हालाँकि, वर्डप्रेस ने उपयोगकर्ताओं को एक कस्टम परमालिंक बनाने की सुविधा भी प्रदान की है। इस विकल्प के साथ, उपयोगकर्ता एक कस्टम परमालिंक की संरचना कर सकते हैं जो अधिक एसईओ अनुकूल होगी। इस तरह आप अपने Permalinks में ऐसे Keywords डाल सकते हैं जो SEO के नजरिए से अच्छे हैं और आपके पेज को search results में बेहतर रैंक करने में भी मदद कर सकते हैं।
Read Also
सही WordPress Permalinks structure कैसा होना चाहिए है?
Search Engine मानदंडों का पालन करते हुए, स्वयं की कस्टम परमालिंक संरचना बनाना सबसे अच्छा विचार है। आपकी बेहतर समझ के लिए यहां एक सही परमालिंक कि संरचना उदाहरण के तौर पर दिया गया है:
(https://example.com/post-name)
एक कस्टम परमालिंक की संरचना बनाते समय नीचे दिए गए इन सर्वोत्तम अभ्यासों पर विचार करना चाहिए।
- इसे निश्चित लंबाई तक सीमित रंखे। Google इसे 75 अक्षरओं तक सही मानता है।
- URL जितना हो सके छोटा बनाएं।
- परमालिंक मे अप्रासंगिक शब्दो के प्रयोग से वचे।
- इसको बनाते समय जितना हो सके at, in, of, before, and who आदि जैसे स्टॉप वर्ड्स के इस्तेमाल से वचे।
- परमालिंक में हर एक शब्दों को हाइफ़न (-) से अलग करें और अंडरस्कोर (_) का इस्तेमाल कभी भी न करे।
- पर्मालिंक में संख्या (1,2,3) और विशेष वर्णो (!,#,%,$) का प्रयोग कभी भी न करे।
Read Also
घर बैठे पैसे कैसे कमाए?How to earn money at home(8 Best idea
WordPress Permalinks settings कैसे सेट करें?
अपनी इच्छित पर्मलिंक संरचना को तए कर लेने के बाद उसे अंतिम रूप देने के लिए, अब समय है उस option को चुनना है जिसे आप आपनी पुरी वर्डप्रेस बेवसाइट पर implement करना चाहते है।
इसके के लिए आपको नीचे दिए गए steps को follow करना है।अपना वर्डप्रेस डैशबोर्ड खोलें, फिर Settings > Permalinks पर जाएं। आपको यहा छह प्रकार के विकल्प दिखाई देंगे जो वर्डप्रेस आपको प्रदान करता है।
अब, आप अपने द्वारा तय की गई permalinks structure को चुन सकते हैं। अब, आप option number-5 का चयन कर सकते हैं, यानी Post Name जिसका सबसे ज्यादा इस्तमाल किए जाते है जोकि seo के परिप्रेक्ष्य से भी सही माना जाता है।
इसके अलाबा आप चाहे तो custom structure का उपयोग करके अपनी खुद की permalinks structure दर्ज कर सकते हैं।
सावधानी: – कृपया ध्यान रखें कि, यदि आप किसी मौजूदा वर्डप्रेस वेबसाइट में एक नया permalinks structure सेट करने जा रहे हैं, तो आपको एक त्रुटि का सामना करना पड़ेगा जिसे 404 त्रुटि के रूप में जाना जाता है। ऐसे मामले में खोज इंजन को आपका पुराना यूआरएल नहीं मिलेगा। और यह नया यूआरएल एक नए पेज के रूप में परिभाषित होगा। यदि आपका पुराना यूआरएल किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शीयर किया गया है तो वह पेज अब नहीं रहेगा।
Conclusion
एक नई वर्डप्रेस साइट बनाते समय सही पर्मलिंक संरचना चुनना पहली प्राथमिकता में से एक है। इसलिए, Pretty या almost pretty permalinks चुनना उपयोगी है क्योंकि यह खोज इंजन और मनुष्यों दोनों के लिए पठनीय है। इस प्रकार यह पेज के बारे मे उपयोगी जानकारी प्रदान करता है जैसे पोस्ट की तारीख या पृष्ठ का शीर्षक आदि।
ये परमालिंक अत्यधिक अनुकूलन योग्य होते हैं और साथही एसईओ के परिप्रेक्ष्य से भी अच्छे होते हैं।अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के लिए मौजूदा permalinks structure को बदल रहे हैं, तो आपके सभी पुराने URLs 404 त्रुटियां उत्पन्न करेंगे और उन सभी url को 301 redirection द्बारा नए URL पर पुनर्निर्देशित करने की आवश्यकता है।
इस बारे मे मैं आपको सुझाव देता चाहुंगा कि अगर यह खोज इंजन पर रैंक करता है, या किसी वेबपेज ने आपकी पोस्ट को बैकलिंक के रूप में साझा किया है, तो उन्हें न बदलें।SEO के नजरिए से, डिफ़ॉल्ट settings का उपयोग न करना सबसे अच्छा है।
इसके बजाय आप “pretty permalink structure” का उपयोग करें जो मानव पठनीय है। साथही इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि permalink settings पर Google के गाइड लाइन क्या कहता है।लेकिन, फिर भी अगर आपने अपने मौजूदा परमालिंक स्ट्रक्चर को बदलने का फैसला किया है, तो आपको इसे बड़े सावधानी से करना होगा। और इसे सुरक्षित रूप से करने के लिए, आप एक redirection tool की सहायता ले सकते हैं।
About The Author
Biswajit
Hi! Friends I am BISWAJIT, Founder & Author of 'DIGIPOLE HINDI'. This site is carried a lot of valuable Digital Marketing related Information such as Affiliate Marketing, Blogging, Make Money Online, Seo, Technology, Blogging Tools, etc. in the form of articles. I hope you will be able to get enough valuable information from this site and will enjoy it. Thank You.