किसी भी वेबसाइट की SEO के बारे मे बात कि जाए तो इसमे कई सारे फक्टर शामिल होते है और उनमे से Page Authority एक है। दरसल सर्च इंजिन बॉट या क्रॉलर जब किसी वेबपेज को क्रॅल करने जाता है तो उस वेबपेज को इंडेक्स करने से पहले यह मौजुदा पेज की गुणवत्ता की सठिक जाॅच करता है।
इस दौरान यह मौजुदा पेज कितना मूल्यवान है, पेज पर दि गई जानकारी कितना सठिक है और क्या यह जानकारी वाकेए मे विजिटरस के लिए उपीयोगी है इस बात को सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
इन सबके बारे मे जानने के लिए सर्च इंजिन एक सुनियोजित एल्गोरिदम का उपीयोग करता है और फिर वेबपेज जब सभी जरुरी SEO फक्टरस पर खडे उतरता है तो उन्है सर्च इंजिन रेंजल्ट पेज पर प्रदशि॔त किया जाता है। तो इस लेख मे हम सर्च इंजिन रेंजल्ट पेज पर उच्च रेंक प्राप्त करने मे पेज अथॉरिटी कितना महत्बपुर्ण होता है और साथही इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है इन सभी पहलु के बारे मे विस्तारपुर्वक चर्चा करेंगे।
Table of Contents
Page Authority क्या है?
पेज अथॉरिटी या PA एक ऐसा स्कोर है जो यह अनुमान लगाता है कि सर्च इंजन रिजल्ट पेज या SERP पर कोई वेब पेज कितना अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। इस स्कोर की गनणा एक से लेकर 100 तक होता है, और यह स्कोर जितना उच्च का होता है गुगल या किसी भी अन्य सर्च इंजन रेजाल्ट पर वेब पेज की रैंकिग की संभावनाएं उतना ही अधिक होता है।
एक वेब साइट निर्माता सर्च इंजन पर आपनी साइट की वेहतर प्रदर्शन के इरादे से ऐसी भविष्यवाणी का सहारा लेता हैं। जैसे किसी वेब साइट की डोमेन अथॉरिटी (DA) को मापा जाता है ठिक उसी तरह ही पेज अथॉरिटी को भी मेजर किया जाता है जिसके लिए मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग किया जाता है। पेज अथॉरिटी को निर्धारित करने के लिए एक एल्गोरिदम का उपयोग करता है जिसे दर्जनों कारकों की पहचान कर एक त्बरित नतिजा तैयार करने के लिए ट्रेइनड किया गया है।
पेज अथॉरिटी को एक ग्रेड के रूप में देखा जा सकता है जो इस बात का संकेत है कि कई वेब पैज जानकारी प्राप्त करने का कितना भरोसेमंद या अथेनटिक स्रोत है। वेसे अथॉरिटी स्कोर का निर्णय विभिन्न कारकों के आधार पर की जाती है, लेकिन इसका निर्णय काफी हदतक उस वेब पेज को निर्देशित कर रही बेकलिंक की संक्षा और इनकी गुणबत्बा जिम्मेदार होता है।
पेज अथॉरिटी महत्वपूर्ण क्यों है?
पेज अथॉरिटी किसी ब्लाग या वेबसाइट को एसईओ परिप्रेक्ष्य से अधिक पूर्णता प्रदान करता है जो आखिरकार सार्च इंजिन का ध्यान आकर्षित करता है जिससे वेब पेजो को SERP पर रेंकिग के लिए अधिक वल मिलने की संभावनाएं बनती है। पेज अथॉरिटी के महत्व को समझकर एक वेबसाइट का मालिक अपने वेब पेजों को बेहतर सर्च इंजन विजिबिलिटी और परफॉरमेंस के लिए प्रभावी रूप से आपनी साइट को ऑप्टिमाइज़ कर सकता है। हालाँकि, इसके लिए आपको सर्च इंजन पर वेबसाइट की रैंकिंग को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों की अच्छी समझ होनी चाहिए। ऐसा ही कुछ कारको के बारे मे निचे चर्चा की गई है जो एकसाथ मिसकर पेज अथॉरिटी को बढ़ाने मे मददगार होते है।
पेज अथॉरिटी के कुछ महत्वपूर्ण कारक
दरसल यह Moz द्वारा विकसित किया गया एक मीट्रिक है जो किसी वेबपेज की आंतरिण और बाह्यिक लिंकिगं क्षमता और प्रासंगिकता के आधार पर संभावित रैंकिंग को मापने का काम करता है। हाई अथॉरिटी बाले वेब पेज हमेशा आपके वेबसाइट की अच्छी हेल्थ को दर्शाता है और सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) में अच्छी रैंक पाने की संभावना को प्रवल बनाता है साथही वेबसाइट के समग्र SEO प्रदर्शन को प्रभावित करता है। यहाँ वेबसाइट के SEO को प्रभावित करने बाले कुछ फेक्टर के बारे मे दिया गया है।
1. लिंक बिल्डिंग
लिंक बिल्डिंग एक SEO रणनीति है जिसमें अन्य किसी समान विषय से संबंधित हाई अथरिटी बाले वेबसाइट से अपनी वेबसाइट पर लिंक प्राप्त करना होता है। गुगल समेत अन्य सभी सर्च इंजन इन लिंको को एक कुलालिटिि पेज या जानकारी कि एक अधिकारिक स्रोत के संकेत के रूप में देखता हैं और परिणामस्वरूप इन पेजो को सर्च परिणामों में उच्च रैंकिंग मिलने की संभावनाएं अधिक होता है।
अन्य वेबसाइटों से प्राप्त इन लिंको को बैकलिंक्स कहा जाता है। अगर यह बैकलिंक्स किसी उच्च-गुणवत्ता वाले डोमेन से प्राप्त हो रही हो तो ऐसे मे Google आपकी उस वेब पेज को या समुचे वेबसाइट को एक भरोसेमंद साइट मानता है। हालाँकि, Google पेज अथॉरिटी को मान्यता देने के लिए लिंक बिल्डिंग के अलाबा भी कई अन्य रैंकिंग कारकों पर विचार करता है।
2. कन्टेट की गुणवत्ता
आम तौर कुयालिटी कन्टेट उसे माना जाता है जो पाठकों के नजरिए से उपयोगी, प्रासंगिक, विश्वसनीय और साथही वे एसईओ अनुकूलित हो। एक अच्छा और गुणवत्ता बडा कन्टेट वह है जो विषय को अच्छी तरह से समाराईज करे ताकी पाठक आपनी प्रश्नो का उचित एवमं मनचाही उत्बर प्राप्त कर सके। सार्च इंजिन हमेशा पाठकों को सटीक जानकारी या उनके सबालो के सठिक समाधान खोजने के लिए ततपर रहता है और जिन सबालो के जबाव उन्है चाहिए उसे मुहाया कराने को प्राथमिकता देता है।
ऐसे मे गुगल या कोई भी अन्य सर्च इंजिन पाठकों के लिए ऐसी वेबसाइट या वेब पेजो को रेकमेन्ड करता है जिन्है वे हाइ अथरिटी बाले डोमेन के रुप मे देखता है क्योकि गुगल उन वेबसाइटो को जानकारी का अच्छा स्रोत मानता है और सार्च इंजिन उनपर अधिक भरोसा जताते है। तो अगर आप आपनी वेबसाइट को गुगल जेसी सार्च इंजिन के नजर मे एक हाई अथोरिटी बाले वेबसाइट के तौरपर उभरना चाहते है तो आपको आपनी पेज अथॉरिटी को इमप्रोभ करना होगा यानि आपनी वेब पेजो को कुयालिटी कन्टेट के माध्यम से मूल्य प्रदान करना होगा।
कुयालिटी कन्टेट तैयार करने से पहले आपको हमेशा इस बात पर ध्यान देने की आबश्यकता होगी कि पाठक कि रुचि किन चिजो पर है यानि वे आपसे क्या जानकारी प्राप्त करने कि अपेक्षा करते है ताकी आप उनकी चाहत के अनुरुप कन्टेट तैयार कर सके। हलांकी इसके लिए आपको कीउयार्ड पर गहरी स्रोध करने की आबशयकता होगी।
3. उपयोगकर्ता अनुभव
उपयोगकर्ता अनुभव (UX) किसी भी वेबसाइट की उपयोगिता का मुल आधार है, और यह ऑन-पेज एसईओ रणनीति के अंतर्गत आता है। अच्छी तरह से संरचित वेबसाइट उपयोगकर्ताओं के लिए आकर्षक एंवम नेविगेट करना आसान बनाता है साथही बाउंस रेट को घटाने मे मददगार होते है। अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव एसईओ अनुकुलन का एक महत्बपुर्ण फेक्टर हैं जो उच्च रेंकिग के लिए खोज इंजन को प्रभावित करता है। गुगल ऐसी अनुकुलित साइटो को अधिक महत्व देता है और नए पेजो को जल्दसे जल्द क्रॉल और अनुक्रमित कर लेता है।
एक संरचनात्मक वेबसाइट अलग-अलग पृष्ठों से लिंक किया होता है जो उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने मे मदद करता है और विजिटरस को आपकी वेबसाइट के साथ सकारात्मक तरीके से बनाय रखता है। वही एक अव्यवस्थित वेबसाइट विजिटरस को नकारात्मक अनुभव प्रदान कर सकता है जिसका बुड़ा असर आपकी पुरी साइट को प्रभावित कर सकता है। उपयोगकर्ता अनुभव का मूल्यांकन कोई सारे मुद्दो को मध्ये नजर किया जाता है जिनमे प्रमुख रुप से सठिक सूचना, सहभागिता, साइट की डिज़ाइनिगं, साइट की लोडिंग स्पीड, कन्टेट की गुनबत्वा, विजुयल ग्राफिक्स, मोबाइल-फ्रेंडली वेबसाइट, विषय को एक्सपेल करने बाले ईमेजेस और वीडियोस शामिल है।
ज्यादातर उपयोगकर्ता आज इंनटरनेट को एस्केस करने के लिए मोबाईल डिवाईस का इस्तेमाल करते है और गुगल जेसे प्रमुख सार्च इंजिन इंडेक्सिंग और रैंकिंग के लिए मोबाइल वर्शन का उपयोग करता है। इसलिए मोबाइल डिवाइस के जरिए भारी संखा मे आने बाले विजिटरस को आपने ओर खिचने के लिए मोबाइल फ्रेंडली वर्शन और पेज की लोडिन स्पीड का सही होना जरुरी है और इन्है मापने के लिए आप Google PageSpeed Insights tool का उपीयोग कर सकते है।
4. डोमेन अथॉरिटी
डोमेन अथॉरिटी (DA) को भी Moz द्वारा विकसित किया गया एक और एसईओ मीट्रिक है। विलकुल पेज अथॉरिटी की तरह ही यह अनुमान लगाता है कि सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) पर आपकी वेबसाइट अच्छी रैंक के लिए कितनी क्षमता रखता है। DA स्कोर को भी पेज अथॉरिटी की तरह ही 1 से 100 तक गिना जाता है, और उच्च स्कोर बाले डोमेन की रैंकिंग संभावना अधिक होता है। यह एक प्रकार से आपकी डोमेन की ताकत या अथॉरिटी का मुल्यांकन करता है। डोमेन अथॉरिटी इस बात का एक अमुमन संकेत है की सर्च इंजन रिजल्ट मे आपका पेज अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कहा रैंक कर सकता है।
हलांकी इस बात की कोई गरान्टी नही है की गुगल का अलगोरिदम इसी एसेसमेन्ट को फलो करते हुये आपकी पेज की रैंक को निर्धारित करे। क्योकि गुगल का अलगोरिदम किसी वेब पेज की रैंक को निर्धारित करते समय कोई और पहलुओ पर विचार करता है और इस बात को निर्धारित करता है की किस वेब पेज को SERP पर कहा स्थान देना है। क्योकि गुगल यह प्रक्रिया दोहराता रहता है और इसलिए सर्च इंजन रिजल्ट मे पेज की रैंकिग भी समय समय पर बदलता रहता है।
पेज अथॉरिटी कैसे चेक करें?
इंटरनेट पर ऐसे कई फ्री या आंशिक रूप से फ्री एसईओ टूल उपलब्ध हैं, जहां आप अपने पेज अथॉरिटी की जांच कर सकते हैं। Moz, SEMRush, Ahrefs जैसे एसईओ टूल इनमे प्रमुख है और इन सभी एसईओ टूलस को डिजिटल मार्कटिंग उद्योग का सबसे बेस्ट टुल के तौरपर माना जाता है। इनमे से किसी भी टुल का उपीयोग करके किसी perticular page याफिर आपकी पुरी वेबसाइट की अथॉरिटी चेक कर सकते है।
हलांकी यह सभी पेड टुल है लेकिन शर्तो के साथ आप इनके ट्रायल वर्जन का उपीयोग कर सकते है। लेकिन अगर आप आपना जाच और अधीक गहराई मे ले जाना चाहते है तो आपको इनके pro version कि तरफ जाना होगा। अगर आप SEMRush एसईओ टूल और इसकी सदस्यता के बारे मे अधिक जानना चाहते है तो लिंक किए गए आर्टिकेल को पढ़ सकते है।
पेज अथॉरिटी कैसे बढ़ाएँ?
पेज की अथॉरिटी किसी एक फेक्टर पर निर्भर नही करता जिसका जिकर मेने पहले भी किया है। इसके पिछे आपकी पुरी SEO रणनीति और एसईओ पर आपकी गहरी समझ काम करता है। चाहे ऑन पेज एसईओ हो या फिर ऑफ पेज एसईओ आपके पास बहुआयामी दृष्टिकोण का होना आवश्यकता होता है। इसके अलाबा पेज की विश्वसनीयता रैंकिंग को बेहतर बनाने का सबसे बड़ा कारण है और इसलिए आपका प्रयास भी इसी पर केन्द्रिन होना चाहिए। दिलचस्प बात यह है कि पेज अथॉरिटी और डोमेन अथॉरिटी दोनो एक दुसरे के पुरक है। इन दोनो की जुगलवन्दि से ही सार्च इंजिन और पाठक दोनो की नजर मे आपकी वेबसाइट की विश्वसनीयता बड़ती है।
गुगल जैसे सार्च इंजिन जब आपकी किसी कुयालिटिपुर्ण वेब पेज को क्राल करता है तो उसे रिकगनाइस करने के लिए आपकी डोमेन अथॉरिटी और उसकी समुचे पारफरमेन्स की भी जाच करता है। और किसी भी वेब साइट की डोमेन अथॉरिटी पेज पर की गई आपकी मेहनत से बनती है। इसलिए वेबसाइट का हर एक वेब पेज महत्बपु्र्ण होता है। किसी पेज का लो-व्येलु कन्टेट आपके समुचे साइट की पारफरमेन्स को विगार सकता है। निचे कुछ प्रमुख उपाय के बारे मे बताया गया है जिन्है फलो करके आप सर्च इंजिन की नजर मे आपनी पेज अथॉरिटी को बढ़ा सकते हैं।
1. प्रासंगिक एंकर टेक्स्ट / लिंक बनाएं
एंकर टेक्स्ट एक क्लिक करने योग्य लिंक होता है जहा एक बाक्याांश बोल्ड, अन्डार लाइन या कलार द्बारा हाइलाइटेड किया हुया होता है। एंकर टेक्स्ट को लिंक टेक्स्ट के रुप मे भी जाना जाता है और इस लिंक को उपयोगकर्ताओं को एक वेब पेज से दूसरे वेब पेज पर निर्देशित करने यफिर कभी कभी उसी पेज के दूसरे हिस्से पर ले जाने के लिए किया जाता है।
एक प्रभावी एंकर टेक्स्ट आपने बाक्याांश के द्बारा उपयोगकर्ताओं को इस बात की संकेत देने मे मदद करता है कि वे लिंक पर क्लिक करके जानकारी के किस हिस्से मे या कोनसी पेज पर जा सकते हैं और साथही सर्च इंजन के लिए भी यह समझना आसान हो जाता है कि तैयार किया गया पेज कि यह लिंक उपयोगकर्ताओं को किस बारे में जानकारी दे रहा है।
समझदारी बड़े तरीके से तैयार किया गया एंकर टेक्स्ट आपके SEO प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ साथ उपयोगकर्ता अनुभव (यूएक्स) को बढ़ावा देंने मे आपकी मदद करता है। वे खोज इंजन और उपयोगकर्ता दोनो के लिए साइट पर नेविगेट करने और एक वेब पेज से दुसरी वेब पेज या साइट की एक एलिमेन्ट से दुससी एलिमेन्ट पर यातायत करना आसान बनाता है। इसी तरह से जब एक एंकर टेक्स्ट बाहरी लिंक द्बारा किसी अन्य प्रासंगिक वेबसाइट पर जाते हैं तो यह उस वेबसाइट के लिए एक मुल्य जौड़ने बाला बेकलिंग बन जाता है और उस वेब पेज की पेज अथॉरिटी को बड़ाने मे मदद करता है जिस पेज को टार्गेग किया गया है।
2. कुयालिटी बेकलिंक कमाए
पेज अथॉरिटी काफी हदतक इन प्रभावी इन कामिंग लिंक पर निर्भर करता है। इन कामिंग लिंक वह लिंक है जो किसी दुसरी वेबसाइट से आपकी पेज पर पयेन्ट करता है जिसे आमतौरपर वेकलिंक के नाम से जाना जाता है। बेकलिंक को आप सार्च इंजन के लिए इस बात का संकेत मान सकते है जिसे तुरन्त अनुक्रमणित करने और एक उच्च रेंकिग देने पर विचार किया जा सकता है। लेकिन आपके लिए यह जानलेना आबश्यक है कि कुयालिटी बेकलिंक जुटाना एक जटिल काम होता है, क्योकि यह किसी दुसरी साइट से आपकी साइट कि ओर पयेन्ट किया जाता है और इसलिए यह आपके नियत्रण मे नही होता है।
एक हाइ कुयालिटी बेकलिंक जुटाने के लिए आपको आपनी कन्टेट कि कुयालिटी को बेहतर बनाने पर ध्यान देने की आबश्यका होगी, ताकी आपकी कन्टेट प्रासंगिक एवम इमप्रेसिभ लगे और आपको एक नेचरल लिंक देने मे किसी वेबसाइट का एडमिन परहेज न करे।हलांकी, सभी बेकलिंक आपको फाएदा पहुचाए ऐसा जरुरी नही है बल्की एक लो-कुयालिटी या स्पेमी बेकलिंक आपको फाएदा पहुचाने के बजाए उलटा आपको नुकसान पहुचा सकता है। इसलिए आपको इमेशा समान बिषय बाले पेज से और आपने समकक्ष या तुलनात्मक आपने से अधिक अथॉरिटी बाले वेबसाइट से लिंक प्राप्त करने पर जौड़ देने चाहिए।
अथॉरिटीटिव वेबसाइटों से बैकलिंक्स कैसे प्राप्त करें
बैकलिंक्स सार्च इंजिन की नजर मे पेज अथॉरिटी याफिर समुचे वेबसाइट की विश्वसनीयता बड़ाने का सबसे प्रभाबी तरीका है। किसी हाइ-अथॉरिटी वेबसाइट से मिली टेक्स्ट लिंक से निस्संदेह आपकी साइट की इकायक कदर बड़ाता है। लेकिन अब सबाल यह है कि इस तरह की इन-कमिंग लिंको को जुटाया केसे जाए वो भी किसी हाइ-अथॉरिटी वेबसाइट से। लिंक जुटाने के कुछ अलग अलग तरीको के बारे मे निचे चर्चा कि गई है।
1. गिभ एनंड टेक फरमुला
लिंक जुटाने का एक आसान तरीका यह हो सकता है की जिस साइट से आप आपने साइट की तरफ एक इन-कमिंग लिंक चाहते है उस वेबसाइट की एडमिन के साथ ई-मेल के माध्यम से सीधे संपर्क करना और एक बैकलिंक के लिए गुजारिस करना। हलांकी, इस तरह की प्रयास ज्यादातर वेर्थ रहता है। समझने कि बात है की बिना मतलब क्यो कोई आपको लिंक देने लगा। ऐसी स्थिती मे कोई-कोई गिभ एनंड टेक का फरमुला आपनाते है यानि की एक दुसरे के साथ लिंक का लेनदेन करना।
हलांकी, इस तरह की लिंक ज्यादातर खास प्रभावी नही होते और कभी कभी गुगल इन्है स्पेपी या अप्राकृतिक लिंक भी मान सकता हे। आपको हमेशा एक ही डोमेन के बजाए अलग-अलग हाई-अथॉरिटी बाले डोमेनो से बैकलिंक जुटाने पर पहल करने चाहिए , साथही स्पेपी डोमेनो से परहेज करने चाहिए।
2. Skyscraping मेथर्ड
बैकलिंक्स जुटाने का एक और तरीका है skyscraping मेथर्ड। इस मेथर्ड मे आपको आपने कन्टेट को उस स्तर पर ले जाने की आबश्कता होगी जहा अन्य समान टपिक बाले साइट का एडमिन स्वेच्छा से ही आपको लिंक देने के लिए उतसुक होंगी और इस प्रकार की लिंक को अरगेनिक लिंक माना जाता है और एसईओ की नजरिए से इसका बड़ा महत्ब होता है।
3. गेस्ट ब्लॉगिंग
अतिथि ब्लॉगिंग वह होती है जब कोइ ब्लॉगार किसी दुसरी ब्लॉग पर लिखने या अर्टिकेल प्रकाशित करने के लिए आमंत्रित किए जाते हैं। अतिथि ब्लॉगिंग मे लेखक आमतौर पर सेलरी वेसेस पर काम करते है। लेकिन कई ब्लॉगार स्वेच्छा से आपनी विशेषज्ञता किसी समान विषय से संबंधित स्थापित मंच पर शेयर करने के लिए उतसुक होते है और बदले मे वे अपने लिए एक डो फलो बैकलिंक कि मांग करते है जो पेज अथॉरिटी और डोमेन अथॉरिटी दोनो के लिए काफी अहमिएत रखता है।
ऐसी कई समान संगठन या उद्योग विशेषज्ञो की अपेक्षा करते है या उनकी विशेषज्ञताओ को समझते हुये उन्है सत: अतिथि ब्लॉगिंग के तौरपर आमत्रित करते है। इसके अलाबा भी कोई ऐसी उोपेन प्लेटफर्म (जैसे Quora.com/Wikipedia.org/medium.com) उपलध्ब है जहा आप आपना कन्टेट शेयर कर सकते है। लेकिन इन उोपेन प्लेटफर्मओ से आपको डो फलो लिंक के बजाए ज्यादातर नो फलो बैकलिंक ही मिलेंगे।
4. प्रासंगिक और SEO अनुकूलित कन्टेट बनाने पर जौड़ दे
अगर आप आपनी साइट को SERP पर ऊपर चढ़ता हुया देखना चाहते है तो आपके हर एक पेज को जानकारी का एक विश्वसनीय स्रोत और SEO अनुकूलित बनाने पर जौड़ दे। निश्चित रूप से, प्रासंगिक और SEO अनुकूलित कन्टेट आपके पेज अथॉरिटी को बढ़ाने में मददगार होंगे। सामग्री बनाने में किसी भी तरह कि समझौता या लपरभाही आपको आपकी मकसत से दुर ले जा सकता है। कन्टेट ऐसा बनाए जो जानकारी से भरा हो और पाठकों को आप पर भरोसा हो। इस तरह धिरे-धिरे आप SERP पर ऊपर की ओर चढ़ते जाऐंगे और कुछ समय बाद आप आपनी साइट के लिए ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक उत्पन्न कर पाऐंगे।
5. सामग्री साझा करने का प्रावधान जोड़ें
दरसल, अधिक से अधिक ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक जुटाना इस बात को दर्शाता है की आपकी पेज अथॉरिटी स्कोर कितना स्वस्थ और बेहतर है। सोशल शेयरिंग व्यापक रुप से ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक जुटाने का एक ओर बड़ा साधन है। एक वेबसाइट के मालिक के तौर पर, आपको हमेशा इस बात के लिए प्रयास किया जाना चाहिए कि आपकी सामग्री सोशल शेयरिंग के माध्यम से यथासंभव अधिक से अधिक लोगो के विच साझा हो।
लेकिन लोग आपकी सामग्री आपनी सोशल नेटवर्क पर तबी साझा करने के लिए उतसुक होंगे जब उन्हें लगता है कि इससे किसी को फाएदा हो सकता है। इसलिए ऐसी सामग्री बनाने पर लक्ष्य केन्द्रित करे जो लोगों का ध्यान आकर्षित करे और उन्है पढ़ना पसंद करे। कन्टेट पाबलिश करने से पहले आपके प्रत्येक पृष्ठ पर सभी प्रमुख सोशल नेटवर्क के शेयर बटन शामिल हो इस बात को सुनिश्चित करें।
क्या सर्च इंजन के नतीजों के लिए पेज अथॉरिटी मायने रखती है?
एक एसईओ विशेषज्ञ तौरपर अगर इस सबाल का जबाव दिया जाए तो इसका सीधा जबाव है नही। क्येकि गुगल या कोई भी अन्य सर्च इंजनस का आपना खुद का एक मीट्रिक्स होता है और केवल उनका एल्गोरिदम ही इस बात को तय करता है कि सर्च इंजन के नतीजों मे किस पेज को कोनसी पोजिशन देना है। एक एसईओ विशेषज्ञ केवल आपको इनका अनुभव शेयर कर सकता है बाकी एल्गोरिदम को डेबलप करने बाला यानि केवल गुगल या अन्य सर्च इंजन निर्माताओ के पास ही उन मीट्रिक्स के राज उपलध्ब है जो सर्च इंजन रैंकिंग को प्रभावित कर सकता है। पेज अथॉरिटी स्कोर मीट्रिक्स सिर्फ एक अन्दाजन नतीजा है जो आपके एसईओ सुधार के दाएरे को प्रसस्थ करता है।
FAQs
1.पेज अथॉरिटी और डोमेन अथॉरिटी में क्या अंतर है?
पेज अथॉरिटी और डोमेन अथॉरिटी दोनो के विच समानता है क्योंकि वे दोनो ही लिंक पावर, ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक और स्पैम स्कोर को मध्ये नजर आकलन करते हुये आपना परिणाम तैयार करता है। पेज अथॉरिटी किसी एकल पेज या URL को नि्र्देशित करता है, जबकि डोमेन अथॉरिटी समग्र डोमेन स्कोर को दर्शाता है।
2.पेज अथॉरिटी परिवर्तित क्यों होते है?
आपकी पेज अथॉरिटी परिवर्तित होने के विबिध कारण हो सकते है, जैसे सर्च इंजन एल्गोरिदम में बदलाव होना, बढ़ती प्रतिस्पर्धा, अपरिपक्क या अपरियाप्त SEO रणनीति, नई प्रतिस्पर्धि पेज का पाबलिश होना, वेब पेज पर प्रतिष्ठित वेबसाइटों से परियाप्त बैकलिंकस का न होना या प्रतिष्ठित वेबसाइटों से प्राप्त बैकलिंक का अचानक हट जाना प्रमुख कारनो मे से है।
3.पेज अथॉरिटी कैसे निर्धारित की जाती है?
गुगल या अन्य सभी सर्च इंजन पेज अथॉरिटी को निर्धारित करने के लिए एक जटिल एल्गोरिदम का उपियोग करता हैं। पेज अथॉरिटी निर्धारित करने के मुख्य कारकों में इनबाउंड लिंक की गुणवत्ता और सामग्री की प्रासंगिकता काफी महत्बपुर्ण है। इसके अलाबा बैकलिंक्स की मात्रा, औसतन मासिक ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक की मात्रा, सर्च इंजन परिणाम पृष्ठों (SERPs) पर रैंकिंग कीवर्ड की मात्रा, इाई अथॉरिटी डोमेन से प्राप्त डोफ़ॉलो लिंक की मात्रा ओर रेफ़रिंग डोमेन की मात्रा इसमे शामिल होता है।
Conclusion
एसईओ विशेषज्ञो कि माने तो एक हाई अथॉरिटी पेज आम तौर पर खोज इंजन परिणाम पृष्ठों (SERPs) पर बेहतर प्रदशर्ण करता हैं। एक अच्छी एसईओ अनुकूलित वेब पेज अनिवार्य रुप से समुचे साइट को सार्च इंजन और विजिटर दौनो के नजर मे लाता है। एक सफल आर्टिकल वह होता है जिसे सार्च इंजन और उपयोगकर्ता दौनो को लुभाए, और ऐसा तब ही सम्बभ है जब आपका कन्टेट उपयोगकर्ता के चाहत के अनुरुप हो। किसी भी वेबसाइट की सफलता के लिए कन्टेट ही सबसे बड़ी सन्जीबनी है।
इसलिए कन्टेट तैयार करते समय इस बात को हमेशा ध्यान मे रंखे की आप अपने फिल्ड का जो भी हिस्सा अपने पाठको के सामने रखने जा रहै है क्या उनको इसमे रुची है और क्या आप पुरी तरह से आश्वस्त हैं की इसमे आपकी विशेषज्ञता सरहणीय योग्य होने बाला है। क्योकि आखिर मे, सर्च इंजन इंडेक्सिंग, सर्च रेंकिंग और आपके ऑर्गेनिक ट्रैफिक ही आपकी पेज अथॉरिटी, डोमेन अथॉरिटी यहा तक की आपकी अनलाइन भविष्य तय करने बाला है। बाकी पेज अथॉरिटी के बारे आप क्या सौचते है आपना राय और सुझाब हमसे साझा करें।
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Biswajit
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