Google Manual Action Penalty क्या है? और इससे कैसे बचें?

Digital Marketing में, organic traffic बहुत महत्वपूर्ण है, और इसलिए कई SEO कार्यकर्ता और डिजिटल मार्केटरस अप्राक्रितिक लिंक-बिल्डिंग प्रक्रिया को आपनाने का प्रयास करता हैं। लेकिन इन तरिको से हाई रैंकिंग प्राप्त करना अब पहले जैसा आसान नहीं रहा जितना कि पहले हुआ करता था।

गुगल का एल्गोरिदम अब पहले से कई अधिक ताकतवर बन गया है और नेचुरल एसईओ प्रैक्टिस और कृत्रिम प्रक्रियाओ को पहले से अधिक वारिकी से समझ सकता है।लेकिन फिर भी कई वैबसाइट निर्माता जाने अनझाने मे सार्च रेजल्ट मे हाई रैंकिंग प्राप करने के इरादे से कई तरह की गलत तरकिव आपनाा लेते है जिनका भुकतान आगे चलके उन्है Google द्बारा Manual Action Penalty की रुप मे चुकाना पढता है।

इन SEO प्रक्रिया के दौरान कई वेबसाइट गूगल के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर लेते हैं। नतीजतन, कई वैबसाइटो को Manual Action Penalty का सामना करता पढता है। सार्च इंजन हमेशा उपयोगकर्ताओं को उनकी खोज क्वेरी के अनुरूप सर्वोत्तम परिणाम प्रदान करने का प्रयास करते हैं, लेकिन कई ऐसी स्पैमी वेबसाइटें है जो सार्च इंजन के इरादों को परेशान करते हैं, जिसके कारण इन वेबसाइटो दन्डित किया जाता है।

Google Action Penalty क्या है?

एक्शन पेनाल्टी खुद गुगल द्बारा दी जाने बाली ऐसी वैबसाइटो के लिए एक सज़ा है जो सार्च रॆंकिग को प्रभावित करने के लिए गलत हतखन्डै आपनाते है जिसे ब्लैक-हैट SEO तकनीक के रूप में जाना जाता है। इस तरह की SEO प्रथाओं को Google अपने नीतियों के विपरीत और स्पैम दिशानिर्देशों का उल्लंघन मानता हैं। सार्च रेजल्ट की निष्पक्षता, स्पष्टता और उपयोगकर्ता अनुभव को बनाए रखने के लिए इसे एक उपियोगी हातियार माना जाता है।

Google Penalties के प्रकार

किसी भी वैबसाइट पर दौ तरिको से पेनाल्टी लगाया जाता है। पहला है manual action penalty जोकि spam detecter टीम के द्वारा किया जाता है और दूसरा है algorithmic penalty जोकि एल्गोरिथम द्वारा स्वचालित रूप से किए जाते है, और यह तब होता है जब गुगल आपने एल्गोरिथम को अपडेट करता है।

1. एल्गोरिदममिक पेनाल्टी

एल्गोरिदम पेनाल्टी को , स्वचालित रुप से सर्च इंजन के एल्गोरिदम द्वारा उन वेबसाइटों पर लगाया जाता हैं जो उनके दिशा-निर्देशों का पालन नही करता या ऐसी गलत SEO प्रथाओं में संलग्न होते हैं जो उपयोगकर्ता तथा सर्च इंजन को नकारात्मक रूप से प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।

जबसे गुगल ने अपने एल्गोरिदम मे Panda और Penguin जैसी फिचार को जौड़ा है तब से यह इतना सक्षम हो गया है की वेबमास्टर दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने बाली नकारात्मक कार्यकलाप को यह बड़ी आसानी से चिह्नित कर सकता है और संलग्न वैबसाइटो को रेंकिग घटाने के माध्यम से पानिस्ट करता है। दरसल, एल्गोरिथम इस कारबाई को सिधेतौरपर Penalty नही माना जाता , क्योकि यह एल्गोरिथम में बदलाव के कारन आपकी वेबसाइट पर आपने आप ही लागु हो जाते है।

अगर आपकी साइट एल्गोरिथम के अनुरुप नही पाया जाता तो रैंकिंग पर इसका एक नकारात्मक प्रभाभ पड़ता है और परिणामस्वरूप आपकी वेबपैजो को SERPs पर रैंकिंग मे गिरावट देखने को मिल सकता हैं। इसके साथ दिक्कत यह हे कि इसकी कारनो की पहचान करपाना काफी मुशकिल होता है क्योंकि Google इसके बारे मे आपको कोई निर्दिष्ट सूचना नहीं देता।

2. मेनुअल पेनाल्टी

मैन्युअल पेनाल्टी Google के मानव समीक्षक द्वारा किसी वैबसाइट पर लगाई जाने बाली पनिशमेन्ट है। आमतौरपर जब किसी वेबसाइट की समीक्षा के दौरान इनकी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कतरे हुये पाया जाता है तो उस वैबसाइट पर इस तरह कि पेनाल्टी लगाई जाती है। जब समीक्षक पेनाल्टी लगाने पर निश्चित हो जाती है तो उस वेबसाइट के मालिक को Search Console की डैशबोर्ड के माध्यम से इसके बारे मे सुचित किया जाता है।

आमतौरपर ऐसी स्थिती तब बनती है जब गुगल किसी वैबसाइट से जिन गुणवत्ता या दिशा-निर्देशो कि अपेक्षा करते हैं वह उन्है वहा नही देखने को मिलता। यह वैबसाइट की मालिक को दि जाने बाली इस बात की चेतावनी है कि आप गलत दिशा मे जा रहै है।

वेबसाइट को penalize करने का मुख्य कारण क्या है?

वेसे तो आपकी वेबसाइट पर पेनाल्टी लगाने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसी खास कारण है जिनके बारे मे आपको जानने की जरुरत है। आइए आपकी वेबसाइट को पेनाल्टी लगाने के सबसे आम कारणों पर चर्चा करते है ताकि आप खुद को उन झमेलो से बचा सकें। अगर आप चाहते हे कि भबीष्य मे आपकी साइट पर ऐसी नुकसानदायक दंड न आए या इनसे बचे रहे तो आपको निचे दिए गए चर्चो को ध्यानपुर्वक पढ़ने , उन्है समझने और इन पर अमल करने की आबश्यकता होगी।

  1. Keyword stuffing:

कीवर्ड स्टफिंग सर्च रिजल्ट में पैज को तुरन्त रैंक कराने के लिए एक पुरानी SEO रणनीति है। इस तरह की SEO रणनीति अब पुरानी हो चुकी है और अब इसे ब्लैक-हैट SEO रणनीति के तौरपर माना जाता है। हालाँकि, आज भी कई कंटेंट क्रिएटर इस रणनीति को लागू करते हैं बिना यह जाने कि वे अपने SEO के साथ-साथ अपनी साइट के समग्र स्वास्थ्य को कैसे नुकसान पहुँचा रहे हैं।

इस तरह की रणनीति मे पेज को रैंक कराने के लिए कन्टेट में अत्यधिक मात्रा मे कीवर्डस को जोड़ा जाता है जिसके कारण कन्टेट पढ़ने मे अस्वाभाविक और अप्रासंगिक लगता है। जिससे उपियोगकर्ता के सार्च इरादे को प्रभाबित करता है। मेरे खेयाल से ऐसा करने के पिछे दौ कारण हो सकते है, या तो इनका मानना है कि यह तरकिब आज भी रेंकिग को बड़ाने मे मददगार है याफिर वे अपडेटेड एल्गोरिदम के बारे मे सचेत नही है।

2. Creating Thin Content:

खोज इंजन हमेशा उपयोगकर्ताओं को वास्तविक मूल्य प्रदान करने वाले कन्टेट प्रदान करना चाहता है ताकी उपयोगकर्ताओं को गलत या आधे-अधुरी जानकारी परोसने से बचाया जा सके। अगर Google को लगता है कि आपकी साइट खराब या कम गुणवत्ता वाले कन्टेट परोसने का काम करता है जो उपयोगकर्ताओं को गलत दिशायो मे दकेल सकता है तो ऐसे कन्टेट को थिन कन्टेट मानते हुये गुगल उन पैजो को अपने इंडेक्स से हटा देते है।

3. Using AI-generated content:

जब से Chat gpt अस्तित्ब मे आया है AI-जनरेटेड कंटेंट का उपीयोग करना काफी बड़ गया है। पहले जहा किसी कन्टेट क्रिएटर को एक आर्टिकेल तैयार करने मे हप्ती लगते थे वही अब AI तकनिक की उपीयोग से घन्टेभर मे कन्टेट तैयार किया जा सकता है। और यही कारण है की कन्टेट क्रिएटर आज AI-जनरेटेड कंटेंट पर काफी हदतक निर्भर हो गई है। हालाँकि, गुगल इस बात की स्पष्टीकरण कर चुका है की उन्है AI-जनरेटेड कंटेंट से कोई दिक्कत नही है, कन्टेट कितना मुल्यबान है उन्है केवल इस बात से मतलब है। अब असली मामला यही से शुरु होता है की वास्तब मे मुल्यबान कन्टेट का क्या अर्थ है।

दरसल, गुगल आज भी AI द्बारा जनरेटेड किए कंटेंट के बजाए मानब द्बारा तैयार कि गई कंटेंट को ही ज्यादा अहमियत देता है। ऐसे मे अगर आप खुद को सार्च रेंकिग मे बनाए रखना चाहते है या किसी तरह की पेनल्टी से खुदको बचाए रखना चाहते है तो AI कंटेंट की निर्भरता को कम करना होगा। हलांकी Chat gpt जैसी AI तकनिकी टुल की मदद से आपनी सोध कर सकते है और उनमे उपीयुक्त सुधार करके अपने कन्टेट मे शामिल कर सकते है।

4. Spammy or low-quality backlinks:

इस तहर के बैकलिंक किसी लिंक फार्म के द्बारा अवैध तरिको से कमाए जाते है और वे सार्च इंजिन को मेनुपुलेट करने का काम करता है। इस तहर की लिंक अविश्वसनीय, अप्राक्रितिक, कम गुणवत्ता वाले या अप्रासंगिक वेबसाइटों से आने वाले लिंक होते हैं जिन्है Spammy or low-quality backlinks के रुप मे कनसिडर किया जाता है।

इस प्रकार के Spammy links वेबसाइट की सर्च इंजन मे रैंकिंग दिलाने के बजाए उल्टा अपकी समग्र ऑनलाइन प्रतिष्ठा को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता हैं साथही आपकी डोमिन को Toxicate कर सकता हैं। अगर अपकी वैबसाइट ऐसी Spammy links से ग्रसित है तो आपको इन्है तुरन्त हटाने की जरुरत है। इसके लिए अप अपने Search Console dashboard पर Disavow Tool का उपीयोग करके इन्है हटाने के लिए गुगल को आवेदन कर सकते है।

5. Cloaking and Doorway pages:

क्लोकिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें सर्च इंजन क्रॉलर या बॉट्स को जानकारी का एक संस्करण दिखाया जाता है, जबकि उपयोगकर्ताओं को अलग ही जानकारी दिखाया जाता है। इस तकनीक का उपयोग सर्च इंजन को गुमराह करने के ईरादे से किया जाता है, ताकि पेज के एक संस्करण को सर्च इंजन के आवश्यक मानदंडों को पुरा करते हुये बॉट्स या स्पाइडर के सामने प्रदर्शित किया जा सके और SERP पर रैंकिंग को उपर लाया जा सके।

दुसरी और, डोरवे पेज एक निम्न-गुणवत्ता वाला पेज होता है जिसे किसी विशिष्ट कीवर्ड के लिए उच्च रैंक प्राप्त करने के लिए डिजाईन किया जाता है। इस तरह की पैजो का मुक्ष्य उद्येश उपीयोगकर्ताओ को एक अलग पेज पर रीडायरेक्ट करना होता है। ज्यादातर मामलो मे ऐसी पैज विना कोई बिषेश जानकारी को प्रद्रशित करते हुये किसी प्रडाक्ट से जुड़े Bye और Sale बाले पैज हो सकते है। इस तरह की पैजो को गेटवे, ब्रिज या जंप पेज के तौरपर भी जाना जाता है जिन्है सार्च इंजिन ब्लैक हैट SEO तकनिक मानता है। इसके अलाबा, Sneaky Redirects और कंटेंट ऑटोमेशन को भी इसी केटागरी मे गिना जाता हैं।

कैसे पता करे कि आप पर कोई Penalty लगाया गया है?

अगर किसी कारणवर्ष आपकी वेबसाइट को दंडित किया जाता है, तो सबसे पहले आपको आपनी ऑर्गेनिक सर्च ट्रैफ़िक और साइट रैंकिंग में अचानक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकता है, साथही Search engine result page(SERPs) पर दृश्यता में कमी आ सकती है। हलांकी ऐसी स्थिती के पिछे और भी कई कारण शामिल हो सकते है। गुगल द्बारा आपकी साइट को penalized किया गया है या नही इस बात की पुष्टि के लिए आपको Search Console में “मैन्युअल कार्रवाई रिपोर्ट” कि एकबार झाच करलेने चाहिए, जहाँ आपको सीधे सूचित किया जाता है कि क्या आपकी साइट के विरुद्ध मे किसी तरह की मेनुयल कार्रवाई की गई है या नही।

इसके अलाबा अगर आप अपनी साइट को लेकर निचे दिए गए इन symptoms को देखते है तो सम्भता आप पेनाल्टी की शिकार हो सकते है।

1. खोज ट्रैफ़िक में अचानक गिरावट:

जुर्माना लगने पर खोज इंजिन से प्राप्त होने वाले आपकी अरगेनिक विज़िटरों की संख्या में अप्रत्याशित रुप से कमी देखने को मिलेगी।

2. खोज परिणामों में निचली रैंकिंग:

यदि आपकी वेबसाइट पर जुर्माना लगाया जाता है तो आपकी साइट खोज परिणामों में कम दिखाई देने लग सकती है या अनुक्रमण से पूरी तरह से हट सकती है। ऐसे मे कोई उपयोगकर्ता अगर प्रासंगिक कीवर्ड के आपकी पैज को ढुढ़ता है तो खोज परिणामों में, इस पैज को ढूंढ पाना असम्भव हो जाता है।

3. ऑनलाइन दृश्यता मे नुकसान:

अगर हेरफेर करने बाली SEO प्रथाओं के कारण आपकी साइट के खिलाफ कोई दंडित कारबायी की जाती है, तो आपकी साइट के लिए एक ओर संभावित लक्षण यह हो सकता है कि आपकी जो पैज अब तक खोज परिणामो मे शीर्ष पर दिख रहा था वही पैज अब नीचे की ओर खिसक रही है या सार्च रेजल्ट से गाएब हो रहे है, यानि आपकी विजिविलिटि धीरे धीरे शुन्य की और जा रहा है।

4. “मैन्युअल एक्शन” रिपोर्ट देखें और विवरण की समीक्षा करें:

Manual Actions के बारे वैबसाइट के मालिक को सूचित करने के लिए Google सर्च कंसोल टुल का उपयोग करता है। अगर गुगल आपकी साइट को Manual Actions के अन्त्रगत कोई कार्रवाई मे शामिल करता है, तो इस रिपोर्ट में आपकी साइट को लेकर जौ भी समस्याए है इसके बारे में पुरी विवरण दिया जाता है साथही यह भी बताया जाता है कि इन समस्याओ का हल निकालने के लिए आपको क्या कदम उठाने होंगे।

Google Penalty से कैसे बचें?

अगर “मैन्युअल कार्रवाई” रिपोर्ट को जाँच करने पर आपको जबाव के तौरपर “No issues detected” देखाई देता हैं, तो इसका मतलब है की आप इस बात के लिए निश्चित हो सकते हैं की गुगलने आप पर कोई मैन्युअल पेनाल्टी नही लगाई है। लेकिन इसके बावजुद भी आपकी साइट रेंकिग की समस्याओ से जुज रहा है तो आपको समझना चाहिए की समस्या मेनुयल पेनाल्टी का नही बल्की आपकी एसईओ रणनीति या एल्गोरिथम मे परिबर्तन का हो सकता है। ऐसे मे आपको अन्य संभावित कारणो के तलाश करने होंगे। जिन चिजो पर आपको अधिक अमल करने चाहीए इनका वर्णन निचे दिया गया है:

No issues detected on webmaster tool

पेनाल्टी के कारण जानने का प्रयास करे:

अगर आपकी साइट पर कोई मैन्युअल पेनाल्टी नही है और फिर भी लगातर ट्रैफ़िक में गिरावट देखने को मिल रहा है तो वेशक इसके लिए जिम्मेदार एल्गोरिदमिक पेनाल्टी है और ऐसी कारबाई से आपकी रैंकिंग और ट्रैफ़िक में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकते हैं। अक्सर ऐसा तब होता है जब एल्गोरिदम मे कोई बड़ा परिबर्तण किया जाता है। ऐसे मे आपका यह दायित्ब बनता है आप भी नए और अपडेटेट एल्गोरिदम के साथ कदम मिलाकर चले।

साइट की SEO का ऑडिट करे :

एक बेहतर SEO ऑडिट टुल आपकी वेबसाइट पर संभावित समस्याओं की पहचान करता है और उन्है फिक्स करने में आपकी मदद करता है। SEMrush और Ahraf जैसे अग्रणी SEO टूल आपकी साइट की समीक्षा कर आपको सुचित करता है की आपसे कहा चुक हुई है और कैसे आप इसे सही कर सकते है और अपने रेंकिग को कैसे पुनर्प्राप्त कर सकते है।

अरिजिनल और मूल्यवान कन्टेट बनाएँ:

किसी भी वैबसाइट को सार्च इंजिन रेजल्ट पर बने रहने के लिए पैज का कन्टेट ही मुल आधार होता है। इसलिए कन्टेट तैयार करते समय आपको हमेशा कन्टेट की गुणवत्ता और स्पष्ट जानकारी पर ध्यान केंद्रित करने की आबश्यकता है।आपको ऐसी कन्टेट परोसने से परहेज होनी चाहिए जो उपयोगकर्ताओ को भ्रामीत करता हो चाहे जानकारी कितना ही चटपटा क्यो न हो। तत्थकी प्रपार सत्त्तता को जाचे बिना उसे अपने ब्लाग मे पावलिश न करे।

E-E-A-T नीतियो का पालन करे:

अपनी वेबसाइट के E-A-T (expertise, authenticity, और Trustworthiness) को बनाए रखने के लिए, उच्च-गुणवत्ता बाली कन्टेन बनाने पर जोर दै, जिसके लिए आपको गहन अध्यायन और शोध पर ध्यान केन्द्रीत करने की आबश्यकता होगी। आपकी विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने के लिए तरह तरह विषयो पर कन्टेट बनाने के बजाए एकही टपिक पर फोकार करने का आबश्यता होगी। इसके अलाबा आप अपनी expertise को उपीयोगकर्ताओ के निकट प्रदर्शित करने के लिए लेखक की बायो प्रोफाइल के साथ About Me पैज को include करनी होंगी साथही आपने किन विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त कि है उस स्रोस्र लिंक का भी जिकर कर सकते है जिससे सार्च इंजिन की नजर मे आपकी भी authenticity बड़ेगी।

प्राकृतिक तरीको के साथ बैकलिंक प्रोफ़ाइल बनाएं:

बैकलिंक SEO का एक महत्बपुर्ण हिस्सा और गुगल का एल्गोरिदम इसे बड़ी अहमियत देता है। आपकी किसी वैब पैज को अगर अन्य किसी प्रामाणिक डोमेन या वैबसाइट से लिंक प्राप्त होती है तो गुगल का एल्गोरिदम आपकी पैज को भी जानकारी का एक प्रामाणिक स्रोत मानता है जिसका एक पजिटिभ प्रभाव आपकी पुरी डोमिन पर पड़ता है। लेकिन एक पजिटिभ बैकलिंक प्रोफ़ाइल बनाने के लिए आपको एक सयोजित तरीके आपनाने की आबश्यकता होगी।

जैसेकि, आपको हमेशा उच्च-गुणवत्ता और मूल्यवान सामग्री बनाने पर ध्यान केंद्रित करनी होगी। आपको ऐसी कन्टेट विकसित करनी होगी जो आपके दर्शकों के अपेक्षानुसार हो और वे इस बात को महसुस करे की सचमे आपसे उन्है कुच मूल्यबान जानकारी प्राप्त हुया है या उन्है आपसे कुछ नया जानने को मिला है। इस तरह आप आपनी विशेषज्ञता को लोगो विच प्रदर्शित कर सकते है। जिससे आपको आगे चलके फाएदा यह होने बाला है की अन्य समान टपिक बाली वैबसाइटो पर आपकी विशेषज्ञता को लेकर चर्चा होगी और उस वैबसाइट से आपको एक रेफारल लिंक मिलेगी। इस तरह की रेफारल लिंक आपकी SEO पर पजिटिव इम्पेक्ट डालता है।

कुयालिटि बैकलिंक जुटाने का एक और कारगर तरिका है अतिथि ब्लॉगिंग में शामिल होना। ऐसी उद्योग या वैबसाइट की खोज करे जो अथेनटिक होने के साथ आपकी टपिक से रिलेटेड हो और विशेषज्ञों का कदर करे।ऐसी वैबसाइटो के साथ संबंध बनाएँ और अनके लिए कन्टेन बनाए। बदलेमे author bio section मे अपने About Me पैज का लिंक जोड़े जहा से आपको एक कुयालिटि बैकलिंक की प्राप्ती होगी। विभिन्न सोशल मिडिया चैनलों या Question एवम Answering प्लेटफर्म के माध्यम से अपनी विशेषज्ञता को प्रभावी ढंग से बढ़ावा दें।

उपयोगकर्ता के खोज कि मंशा को समझें:

जब आप किसी बिषय को लेकर आर्टिकल लिखना शुरु करते है तो सबसे पहले आपको उपीयोगकर्ता उस बिषय के बारे मे क्या जानना चाहता है और सार्च इंजिन पर कोन कोनसी खोज क्वेरी का उपीयोग करता है इसे समझने की जरुरत है और आपको भी उसी के अनुसार अपना आर्टिकल तैयार करने होंगे। साथही जिस बारे आप अपना कन्टेट तैयार करना चाहते उसकी user intent (जैसे सूचनात्मक, नेविगेशनल, लेन-देन संबंधी या वाणिज्यिक) को समझने का प्रयास करे।

जाँच करें की खोज इंजन परिणाम पैज (SERPs) पर जौ पैजेस टप पजिशन मे दिखाई देर है उन्है खोज इंजन किस विनाह पर रेंकिग मे स्थान दे रहा है और उन पैजो मे कोन कोनसी सिमेनिक शद्बो या LSI (Latent Semantic Indexing) keywords का उपीयोग किया गया है। अगर आप चाहते है कि आपका पैज भी SERPs मे शीर्ष पर दिखाई दे तो आपको अपनी कमपेटेटरस तुलना मे अधिक बेहतर कन्टेट तैयार करने की आबश्यकता होगी और इसके लिए बेहतह Keyword research tool के साथ एक गहरी स्रोध की आबश्यकता होगी।

Conclusion.

Google केवल उन वेबसाइटों को ही penalize नहीं करता जो unnatural links को आपने पैजो मे शामिल करता है, बल्कि उन वेबसाइटों को भी समान रुप से penalize करता हैं जो अपने साइट के लिए गलत तरीको से Backlinks जुटाने मे लिप्त होते हैं।

कई बार ऐसा भी हो सकता है कि आपको अपने पैज पर कोई भी अप्राकृतिक लिंक देखने को न मिले। ऐसी स्थिति में, आपको अपने साईट के comments section मे इस बात की जाच करलेनी चाहिए कि कही किसी विजिटर द्बारा कोई स्पैमी लिंक तो नही जुड़ा गया है जिन्हें unnatural link के रूप में देखा जाता है। अगर वहा आपको इस तरह की कोई संदिघ्ध outbound link मिलता है तो इसे तुरन्त बहा से हटा दे।

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