Google EAT क्या है? और SEO के लिए कितना माएने रखता है?

अगर आप सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) के बारे में रुची रखते है और इस पर नियमित गहन अध्यायन करते है तो Google EAT के बारे मे आपने अस्कर सोना या पढ़ा होगा। सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन पर अध्यायन करने बाले ज्यादातर नए स्रोधकर्ता EAT की अबधारणा को मिस कर जाते है या कह सकते है इसकी अहमियत को लेकर सचेत नही हो पाते।

लेकिन आगे जब वे धीरे धीरे SEO की गहराई मे जाने लगते है तो उन्है इसकी अहमियत के बारे मे जानकारी होने लगती है। अगर आप आपने वेबसाइट के साथ गुगल की नजर मे किसी खास क्षेत्रमे जानकारी का एक आधिकारिक स्रोत का खिताब प्राप्त करना चाहते है तो आपके लिए EAT की अबधारणा को बारीक से जानने या समझने की जरुरत है।

SEO में Google EAT क्या है?

E-A-T विशेषज्ञता, अधिकारिता और विश्वसनीयता का संक्षिप्त रूप है और गुगल किसी वेबसाइट की विश्वसनीयता को मापने के लिए इसे एक फरमुले की तरह उपीयोग करता है। हलांकी E-A-T गुगल का कोई एल्गोरिदम नहीं है, वल्की एक दिशानिर्देश है जिसे सामग्री की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए गुगल की मानव समीक्षक टिम के द्बारा संचालित किया जाता है। ये सभी मिलकर आपकी वेबसाइट की विश्वसनीयता निर्धारित करने और सर्च इंजन परिणाम पृष्ठों पर आपकी रैंकिंग को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

Google EAT Diagram

Google E-A-T नीतियों के तहत, यह वास्तव में किसी वेबसाइट की विशेषज्ञता, अधिकारिता और किसी विशिष्ट विषय या उद्योग में काम करने बालो की विश्वसनीयता को मापता है। अधिक बारीकी से कहें तो, यह किसी वेबसाइट की व्यवस्थापक द्वारा प्रदान की गई जानकारी गुणवत्तापुर्ण है इस बातका एक संकेत है। गुगल आपने उपयोगकर्ताओं को हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्रस्तुत करना चाहते है खासकर यह जाननकारी जो लोगो कि जानमाल से जुड़ा हो। इस मामले मे गुगल काफी सतर्कता बढ़ता है और उन्ही कन्टेट को अपने रैंकिंग मे शामिल करता है जो EAT नीतियों को फलो करता है।

E-A-T का मूल्यांकन कैसे किया जाता है?

जेसाकि हमने पहले भी कहा हैं कि Google ऐसी सामग्री और संस्थाओं को रेंकिग मे अधिक प्राथमिकता देता है जो उच्च स्तर की विशेषज्ञता, अधिकारिकता और विश्वासनियता के पेरामिटर पर खड़े उतारता हैं। Google हमेशासे ब्रांड या कंटेंट क्रिएटर्स को अपने कंटेंट की गुणवत्ता और विश्वासनियता को बड़ाने के लिए मूल्यांकन दिशानिर्देशों से अच्छी तरह से परिचित होने की सलाह देता है, खासकर जब आपका कंटेंट YMYL ( Your Money or Your Life )से संबंधित हो। गुगल आपकी कंटेंट की गुणवत्ता और विश्वासनियता को मूल्यांकन करने के लिए खासतौरपर जिन बिंदोओ पर फोकास करता है निचे इसका एक संक्षैप विवरण दिया गया है।

Expertise: विशेषज्ञता किसी वेबसाइट पर मौजुद सामग्री को तैयार करने बाली ब्याक्तीऔ या लेखकों कि ज्ञान और रचनात्मकता को उजागर करता है। साथही यह इस बात को निश्चित करता है कि लेखक अपने विषय के उपर कितनी गहरी समझ रखता है।

Authoritativeness: प्रामाणिकता इस बात को निश्चित करता है कि वेबसाइट जिस विषय या उद्योग पर जानकारी या सार्भिस उपीयोगकर्ताओ प्रदान कर रहा है इसे जानकारी का एक आधिकारिक स्रोत माना जा सकता है। इसके अलाबा अपनी ही क्षेत्र के प्रतिष्ठित स्रोतों से मिली बैकलिंक्स सार्च इंजिन कि नजर मे वेबसाइट की विशेषज्ञता को और अधिक मजवुती से स्थापित करता है।

Trustworthiness: विश्वसनीयता इस बात को प्रतिष्ठित करता है कि वेबसाइट पर दि गई जानकारी एक विशेषज्ञो द्बारा प्रस्तुत किया गया है, यह जानकारी अथेनटिक एवमं भरोसेमंद है और उपयोगकर्ता इन्है बिना किसी झिझक के जानकारी को भरोसा करने लाएक मान सकते हैं।

ई-ए-टी महत्वपूर्ण क्यों है?

शाएद अब आप सोच रहे होंगे कि क्या सच मे E-A-T सार्च रेजल्ट मे कोई महत्व रखता है? हलांकी आपको बताना जरुरी है कि, यह कोई नई अवधारणा नहीं है, और गुगल हमेशा से चाहता है कि उपयोगकर्ताओं को सार्च रेजल्ट के द्बारा जो भी कन्टेट परोसा जाता है वे लोगो के लिए वरोसेमन्द हो और उपयोगकर्ता इनसे भ्रमित न हो।यानी गुगल खोज परिणामो मे हर संभव सर्वोत्तम परिणामो को लोगो के सामने प्रस्तुत कराना चाहता है और इन्है छाटने के लिए तरह तरह के प्रयोग को अमल मे लाता रहता है।

इन्ही प्रयोगो मे से E-E-A-T अबतक का सबसे असरदार मुल्यांकन प्रणाली है। हलांकी की गुगल इसे सीधे तौरपर रैंकिंग एल्गोरिदम से जुड़ने बजाए केवल एक दिशा-निर्देशों के रूप में मानते हैं। लेकिन इसका महत्ब तब अधिक हो जाता है जब जानकारी ऐसी बिषयो से जुड़ा जो उपयोगकर्ताओं पर सीधा असर ढ़ालता हो और जानकारी अगर गलत हो तो जानमाल का बड़ा लोकसान उठाना पर सकता है।

जैसे स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह अगर किसी अनुभवी doctor की जगह कोई आम ब्याकी इस पर सुजाब देता है तो यह उपयोगकर्ताओं के सहत के लिए जानलेबा हो सकता है। ठिक ऐसे ही कोई गलत वित्यीय सलाह आपकी आर्थीक स्थिती को विगार सकती है।

गुगल EAT का मूल्यांकन करने के लिए किन तत्वों का उपीयोग करता है?

Google द्वारा सिधे तौरपर E-A-T सिग्नल का आकलन करने वाले ऐसी कोई भी संभावित सूची प्रकाशित नहीं की है, जिससे आसानी से पता लगाया जा सके की क्रिएटर अपने E-A-T score को बड़ाने के लिए किन विंदोओ पर ज्यादा फोकास दे।

हलांकी किसी संगठण या व्रान्ड वेबसाइट की E-A-T अथोरिटी को Search Engine Optimization द्वारा एक सीमित सीमा तक ही प्रभावित किया जा सकता है। E-A-T score को बड़ाने का यह केवल एक संम्भाबित कयास है जिसका उल्लेख हम निचे करने जा रहे है जिसका अधिकांश संभावित धारणा डिजिटल मार्केटर और Digital PR (digital public relations) से प्रभावित है।

बाले ही गुगल इसे सीधे तौरपर रेंकिग फेक्टर के साथ जुड़कर नही देखता लेकिन मेरा मानना यह है की इससे आपकी डोमेन अथोरिटी (DA) या पैज अथोरिटी (PA) बड़ने की काफी संभावना हो सकती है और जिसका रेजल्ट आपको SERPs पर दिखने को मिल सकती है। यहा कुछ ऐसी संभावित अबधारणाए दि गई जो आपकी Expertise, Authoritativeness और Trustworthiness को बड़ाने मे मदद कर सकते है।

Google E-E-A-T क्या है?

गुगल ने E-A-T अवधारणा को पहली बार 2018 में कंटेंट क्रिएटर्स के सामने एक दिशानिर्देशन के रुप पेश किया और दिसंबर 2022 में मूल्यांकन को और अधिक पारंगत बनाने के लिए search rater guidelines के तौरपर E-E-A-T (experience, expertise, authority, and trust) को लंच किया। जॉन म्यूएलर (Google के वरिष्ठ वेबमास्टर ट्रेंड्स विश्लेषक और खोज संबंधी टीम के हेड या Google खोज अधिवक्ता) के अनुसार E-A-T उन प्रकाशको के लिए एक प्रोत्साहन है जो विशेष रूप से संवेदनशील या YMYL संबंधित विषयों पर सामग्री बनाते है और Quality Raters Guidelines (QRG) का उपयोग या पालन करता है।

what is EEAT authority

E-E-A-T वेबसाइट कि सार्च रैंकिंग को कैसे प्रभावित करता है?

इंडेक्सिंग के लिए वैबपेजो को क्राल करते समय गुगल का बॉट E-A-T की सिग्नलस को वखुभी पहचानता है और इनका मूल्यांकन करने मे सक्षम होते है। ऐसे मे जिन वैबपेजो के मूल्यांक कम होते है उन्है सार्च रेजल्ट नीचे का पजिशन मुहाया कराता है और अगर मूल्यांक मान ज़्यादा हो तो उच्च-गुणवत्ता वाले पेज मानकर गुगल उन्है उच्च रेकं प्रदान करता है।

यानी की कम-गुणवत्ता वाले पेजों को कम दृश्यता और ज़्यादा-गुणवत्ता वाले पेजों को ज़्यादा दृश्यता प्रदान कि जाती है। और आखिर मे Search engine result page पर आपकी साइट कि पोजिशनिंग आपकी ऑर्गेनिक ट्राफिक की संखा तय करता है।लेकिन अगर आप इतने मे ही साइट की ranking को लेकर निष्कर्ष पर पहुँच जाते है तो यह काफी हदतक जल्दवाजी होगी। क्योकि वैबसाइट कि पोजिशनिंग पुरी तरह से SEO पर निर्भर करता है जिसमे कई सारे फेक्टर एकसाथ मिलकर काम करता है।

इसके अलाबा भी सार्च इंजिन पर ट्रैफ़िक में उतार-चढ़ाव आम बात है और इसके कई सारे कारण हो सकते है: जैसेकि अचानक एल्गोरिदम में बदलाव, अधिक प्रतिस्पर्धा, आदि। इसलिए साइट कि ranking सिर्फ E-A-T पर ही निर्भर करता हो ऐसा बिलकुल भी जरुरी नही है, लेकिन यह ranking का अप्रतक्ष मानदंड जरुर है। खासतौर पर अगर आपका कार्य क्षैत्र YMYL से संबंधित हैं तो आपको अपने E-A-T SCORE पर आबश्यक ध्यान देने कि जरुरत होगी और इसके लिए पहले आप अपनी वेबसाइट की स्थिति को निर्धारित करने के लिए साइट की तकनीकी बिश्लेषन के साथ E-E-A-T मूल्यांकन टुल के साथ विश्लेषण करलेने चाहीए।

ई-ए-टी स्कोर कैसे बढ़ाएं?

गुगल की नजर मे आपकी ओर आपकी वेबसाइट की विशेषज्ञता, अधिकार, विश्वसनीयता को निश्चित करने के लिए, आपको कई सारे चिजो पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। कन्टेट साथ आपकी विशेषज्ञता झलके इसके लिए आपको हमेशा अपने विषय पर अप-टु-डेट रहना और गहन अध्यायन की आबश्यकता होगी। क्योकि कन्टेट मार्केटिंग मे कन्टेट ही सबसे बड़ी पुन्जी है और इसीलिए गुगल कन्टेट निर्माताओ से कुयालिटि कन्टेट की उम्मीद करता है। हलांकी इसके एलाबा भी कई और अन्य फेक्टर है जौ आपकी विशेषज्ञता, अधिकार, विश्वसनीयता को बनाने मे महत्बपुर्ण भुमिका होती है और इनमे से कुयालिटी बैकलिंक्स को एक बड़ा फेक्टर माना जाता है।

यहाँ आपकी वैबसाइट की EAT स्कोर को बेहतर बनाने के लिए जिन बातो पर आपको अधिक ध्यान केन्द्रित करने कि आबश्यकता है इनके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है:

1. आपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करें

2. उच्च-गुणवत्ता बाली कन्टेट तैयार करे

3. कन्टेट तैयार करने से पहले अच्छी तरह से शोध करने पर ध्यान केंद्रित करें

4. अपने विषय को पूरी तरह से कवर करे

5. कन्टेट को नियमित रूप से अपडेट करें

6. साइट कि प्रामाणिकता बनाएँ रखने पर जौड़ दे

7. इाई-अथोरिटी स्रोतों से बैकलिंक प्राप्त करने का प्रयास करे

8. कंटेंट की अथॉरिटी बड़ाने पर ध्यान केद्रित करे

9. विशेषज्ञों के साथ सहयोग करने पर विचार करे और इन समुदायों के साथ जुड़ने का प्रयास करे।

10. खुद को अनलाइन पर सकारात्मक एवमं प्रतिष्ठीत बनाएँ ताकि लोग उनके प्लेटफार्मो पर आपके बारे मे जिकर करे जिसे web mention कहा जाता है।

11. आप अपने शोध के लिए जिन अनलाइन पैजो को फलो करते है reference के तौरपर अपने वैब पैजो पर उनका जिकर करे और उन्है अपने पैज से लिंक प्रदान करे।

12. प्रयास करे की लोग आपके कामो कि सरहना करे ताकी वे खबरो की सुरखिया बने।

Conclusion

आखिर में, एक सामग्री निर्माता और वैबसाइट के मालिक के तौरपर EAT या विशेषज्ञता, अधिकारिता, विश्वसनीयता को बारिकी से समझना साथही गुगल सार्च रैंकिंग पर इसके प्रभाव को जानना काफी आवश्यक है। क्योकि इसके जरीए, आप आपने उपीयोगकर्ताको के विच अपनी वेबसाइट की दृश्यता और विश्वसनीयता को आसानी से बढा सकते हैं।

आपका लक्ष हमेशा इस बातपर होनी चाहिए कि आपकी सामग्री को ज्यादा से ज्यादा विश्वसनीय या हाई-अथोरिटी बाली स्रोतों द्वारा बैकलिकं मिलती रहै और साथही यह भी सुनिश्चित करे की आपकी साइट की सभी बैकलिकंआपके क्षेत्र से संबंधित हो और तवी गुगल की नजर मे आपकी विशेषज्ञता झलके गी।

खुले तौरपर कहा जाए तो, अपनी EAT Score को वेहतर करने के लिए जितना ध्यान आपको अपनी वेबसाइट को अनुकूलता पर देनी होती है उतना ही कन्टेट की कोयालिटी पर भी जौड़ देना आबश्यक होता है और इसी तरह आप अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन और अधिकारिकता का निर्माण कर पाऐंगे, साथही समान रुपसे अपने दर्शकों और खोज इंजनों के साथ विश्वास पैदा करने मे समर्थ हो पाऐंगे।

About The Author

Author and Founder digipole hindi

Biswajit

Hi! Friends I am BISWAJIT, Founder & Author of 'DIGIPOLE HINDI'. This site is carried a lot of valuable Digital Marketing related Information such as Affiliate Marketing, Blogging, Make Money Online, Seo, Technology, Blogging Tools, etc. in the form of articles. I hope you will be able to get enough valuable information from this site and will enjoy it. Thank You.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *