यह एक विश्वसनीय नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका इस्तेमाल TCP और IP नेटवर्क मे कंप्यूटर पर client और server के बीच फ़ाइलों को स्थानांतरित करने के लिए किये जाते है।
यह एप्लिकेशन एक सुरक्षा परत के रूप में काम करता है और इसे क्लाइंट-सर्वर के आर्किटेक्चर पर बनाया गया है जिसमे क्लाइंट online communication को नियंत्रित करता है, जबकि सर्वर फ़ाइल को प्रसारित करता है। तो, FTP क्या होता है और FTP full form के बारे मे डिटेल मे समझ लेते है।
जब कोई उपयोगकर्ता ब्राउज़र पर एक क्लाइंट के रूप में सर्वर पर आपना अनुरोध बेजता है तो सर्वर उन संबंधित फ़ाइलो को एक सुरक्षा परत के साथ क्लाइंट को वापस भेजना शुरू करता है। एफ़टीपी के माध्यम से, क्लाइंट के द्वारा सर्वर पर फ़ाइलों को सुरक्षित डाउनलोड या अपलोड भी किया जा सकता है।
Table of Contents
FTP full form क्या है?
F – for File
T – for Transfer
P – for Protocol
FTP का मतलब है File Transfer Protocol – यह एक प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग होस्ट या सर्वर के बीच फ़ाइलों को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है।
इसका उपयोग आमतौर पर फाइलो को सुरक्षित रुप से डाउनलोड या अपलोड करने के लिए किया जाता है। Internet पर फ़ाइलों को डाउनलोड और अपलोड करने के लिए FTP., HTTP प्रोटोकॉल का एक वैकल्पिक तरिका है।
इसका महत्व क्या है?
सीधे तौर पर कहा जाए तो, बिना FTP , इंटरनेट का use meaningless है। यह सर्वर पर मौजूद, छवि , पाठ, ध्वनियों, वीडियो और किसी भी अन्य प्रकार के फ़ाइल को एक इंटरनेट उपयोगकर्ता , या कोई वेबसाइट विज़िटर को साझा करने का एक बहुत ही कारगर तकनीक है।
आज की तकनीकी दुनिया मे कंप्यूटिंग का यह सरल, सिद्धांत सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी के मूलभूत सिद्धांतो में से एक है। तेजी से किए प्रौद्योगिकी के क्षेत्रो का इस सुधार के कारण आज दुनिया भढ़ में से कहीं से भी तुरंत फाइले भेजा जा सकता है।जैसे-जैसे दुनिया मे इंटरनेट का विस्तार बड़ा है, वैसे-वैसे सुरक्षा संबंधी भाबनाए भी साथ – साथ बड़ने लगे ।
हलाकि, HTTP और HTTPS जैसे उन्नत सुरक्षा कनेक्शन तकनिक FTP के मुल सिद्धांतो के साथ विकसित होने के बावजुद, यह अभी भी सुरक्षित डेटा संचालन और डाउनलोड के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह अब और भी अधिक सुरक्षित विकल्पों के साथ संयोजित किया जाता है।
FTP कैसे काम करता है
यह कुछ-कुछ HTTP और SMTP की जेसा ही काम करता है। जब कोई क्लाइंट सर्वर पर किसी प्रकार कि फ़ाइल को स्थानांतरित करता है तो वे “अपलोडिंग” कहलाता है और क्लाइंट के द्वारा सर्वर से फ़ाइलो को स्थानांतरित को “डाउनलोडिंग” कहा जाता है।
उपयोगकर्ता इन पर साइन इन करके आपना प्रमाणीकता प्रदान करते हैं और आपना फाइल या डेटा सर्वर पर अपलोड करता है या फिर कोई फाइल सर्वर से डाउनलोड करता है।
हालांकि, कुछ सर्वर बेनामी एफ़टीपी के तोर पर भी काम करता हैं, इसका मतलब यह है कि, वे बिना लॉग इन किए ही अपना डेटा प्रदान कर देता हैं।
मोटे तौर पर, इंटरनेट पर सर्वर से फाइल डाउनलोड करने और सर्वर पर फाइल अपलोड करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
इसका इतिहास
शुरुआत से लेकर तब RFC (Request for Comments) मानकों के अधीन इसकी कई पुनरावृत्तिया हुई, और TCP/IP के साथ इसका प्रतिस्थापन हुया। विभिन्न RFC मानकों के लिए इसे कई बार संशोधित भी किया गया।
उदाहरण के तौर पर, RFC 765 (जून 1980 में जारी हुया), RFC 959 को (अक्टूबर 1985 में जारी किया गया था और अब तक बना हुआ है), RFC 1579 को (RFC 959 के साथ संशोधन किया जिसमे Firewall को Enable किया गया। फरवरी 1994 में (FTP), और RFC 2228 (RFC 959 में एक संशोधन किया गया जिसमे 1998 के सितंबर में IPv6 को जोड़ा गया)।
आम शब्दों में कहा जाए तो, File Transfer Protocol , कंप्यूटर निर्देशों और नियमों का एक सेट है जो डिजिटल फाइलों को एक कंप्यूटर (यानि के सर्वर) internet के जुढा हुया दूसरे (पर्सनल कंप्यूटर) कंप्यूटर पर स्थानांतरित करने के लिए उपयोग की जाने वाली विधि को परिभाषित करता है।
इसे नेटवर्क सिस्टम पर डेटा ट्रांसफर को सक्षम बनाने के लिए विकशित किया गया था। खास कर इसे, कंप्यूटर फ़ाइलों को एक system के अधीन संभालने के लिए विकशित किया गया था।
इसका प्रयोग कहा किया जाता है:
• इंटरनेट पर फाईलो कौ प्रकाशित करने और वेब सर्वर पर वेबपेज अपलोड करने के लिए।
• सॉफ़्टवेयर साइटों से फ़ाइलें ब्राउज़ करने और उसे डाउनलोड करने।
• इंटरनेट पर बड़ी फ़ाइलों को दो पक्षों के बीच स्थानांतरित करने के लिए
• विश्वविद्यालय के असाइनमेंट जैसी सामग्री को डाउनलोड और अपलोड करने के लिए।
• सॉफ्टवेयर डेवलपर्स द्वारा नवीनतम संशोधनो को इंटरनेट पर सार्वजनिक करने के लिए।
FTP के सक्रिय और निष्क्रिय कनेक्शन
दरसल, यह सक्रिय या फिर निष्क्रिय मोड़ के तौर पर काम करता है। सक्रिय मोड में, क्लाइंट सर्वर पर एक अनुरोध भेजता है और सर्वर उस अनुरोध के आधार पर डेटाको कलेक्ट करके क्लाइंट को जवाब भेजता है।
दुसरि ओर, निष्क्रिय मोड में, सर्वर क्लाइंट को सूचना भेजने के लिए कमांड चैनल का इस्तेमाल करता है।
आजकल लगभग हर, HTTP का उपयोग FTP पर ही किया जाता है, जैसे कि वेबसाइट का निमा॔न , कोई एप्लिकेशन डाउनलोड करना आदि। इसका उपयोग अभी भी कुछ फ़ाइलों को स्थानांतरित करने के लिए किया जा रहा है।
तो ,उम्मीद है FTP full form क्या है? इसके बारे मे आपको सभी जानकारी मिल गई होगि। इस तरह कि और full forms के लिए हमारे Glossary index को follow करे।