तकनीकि विकाश के दौड मे आज की दुनिया बहुत तेजी से आगे निकल चुकि है। आज लगभग सब कुछ इलेक्ट्रॉनिक तकनीक में बदल गया है।लगभग सभी व्यवसाय आज इंटरनेट के माध्यम से प्रबंधित किए जाते हैं जोकि eCommerce के नाम से जाने जाते है।
इस लिए, जानना बेहद जरुरी हो गई है कि आखिर यह e commerce kya hai? जिन्होंने यह शब्द पहले कभी नहीं सुना है, उन्हें यह जानने की जरूरत है कि आखिर यह ई-कॉमर्स बिजनेस क्या है?
इस article में, हम चर्चा करेंगे कि यह वास्तव में क्या है, अगर आप ई-कॉमर्स के बारे में जानने मे रुचि रखते हैं तो यह article आपही के लिए है !
Table of Contents
e-commerce kya hai?
ईकॉमर्स “इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स” वाक्यांश का एक छोटा संस्करण है। यह ऑनलाइन goods या services के लिए मुद्रा का एक प्रकार कि इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन है। इसे कंप्यूटर, टैबलेट, स्मार्टफोन और अन्य स्मार्ट उपकरणों पर संचालित किया जाता है।
आज ईकामर्स लगभग हर तरह के products और services को कवर करता है। जैसे कि किताबें, संगीत, Online courses, Software,यात्रा संबंधी सेवाएं, वित्तीय सेवाएं जैसे निवेश, ऑनलाइन मार्केटिंग, नेट बैंकिंग, और भी बहुत कुछ।यह एक मूल शब्द है जो ऑनलाइन खरीदने या बेचने से संबंधित हर चीज को mean करता है।
E commerce business in hindi ?
आज की इस तकनिकी युग में ऐसा बहुत कुछ मुमकिन हुआ है, जिसने दुनिया को बदल कर रख दिया हे। अपने चारों ओर अगर आप एक नजर दौराकर देखें तो Digital Marketing के चलते आज लगवग सब कुछ आपकी पहुंच मे है।
चाहे आपको एक होटल बुक करने की ज़रूरत हो या रात के खाने का order book करना हो? चाहे हवाई जहाज कि ticket हो या फिर अपने employees कि selary का भुगतान करना हो, online पर बस एक click से यह सबी कुछ possible हैं। आसान शद्बो मे कहे तो, किसी भी service के लिए इंटरनेट पर प्रत्येक लेनदेन एक e-commerce business है।
आकलन है कि, दुनिया भर में ऑनलाइन मार्केटिंग 2025-26 तक लगभग 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा। साथ ही उम्मीद यह भी है कि भारत E-Business के लिए हबस्पॉट होने बाला है। इंटरनेट के माध्यम से होने बाले व्यापार न केवल खरीदना और बेचना, बल्कि ग्राहकों के लिए services और व्यापार मे भागीदारों के साथ सहयोग भी इसमें शामिल है।
ई कॉमर्स व्यवसायों के प्रकार
आम तौर पर, ईकॉमर्स business को कई अलग-अलग तरीको से categorize किया जाता हैं। अक्सर ईकॉमर्स व्यवसाय चार या उससे अधिक मॉडलों में पाए जाते हैं। ऐसे मे अलग – अलग व्यवसायों के लिए, आपको अलग-अलग प्रकार के तकनीकों और रणनीतियों को अपनाना होता है। ईकॉमर्स business model कुछ इस प्रकार है:
1.B2B (Business-to-Business):-
एक वेबसाइट जो अपना product किसी एक मध्यवर्ती खरीदार को बेचता है जो फिर पर्याप्त लाभ के साथ उसी product को दुबारा अंतिम ग्राहको को बेचता है तो, वे एक B2B व्यवसाय मॉडल है।
उदाहरण के लिए, एक wholesale व्यापारी किसी एक कंपनी की वेबसाइट के जरिए आपना product खरिदने के बाद, उसी product को कुछ मुनाफे के साथ अंतिम ग्राहक को बेचता है। B2B बिजनेस मॉडल में कंपनियां एक दूसरे के साथ बिजनेस कर रहे होते हैं।
2.B2C (Business-to-Consumer):-
B2C बिजनेस मॉडल में, एक वेबसाइट अपने उत्पादों को सीधे ग्राहक को बेचता है। इस व्यवसाय मॉडल में, एक ग्राहक विक्रेता की वेबसाइट पर दिखाए गए उत्पादों को देख सकता है और products को चुन सकता है और उसे ऑर्डर कर सकता है। तब वे वेबसाइट या संगठन ग्राहक के दिए गए पते पर उत्पाद/सामान भेजता है।
3.C2C (Consumer-to-Consumer):-
C2C बिजनेस मॉडल वे होते हैं जहां एक ग्राहक किसी वेबसाइट के माध्यम से किसी product के लिए दूसरे ग्राहक के साथ communicate करता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई व्यक्ति अपनी कोई संपत्ति बेचना चाहता है, तो उसे वेबसाइट के माध्यम से संपत्ति के पूरे विवरण के साथ प्रकाशित किया जा सकता है, और फिर उस उत्पाद के लिए इच्छुक ग्राहक उस वेबसाइट के माध्यम से प्रकाशक से संपर्क कर सकते हैं और सौदे को अंतिम रूप दे सकते हैं। olx.com ऐसा ही एक उदाहरण है।
4.C2B (Consumer-to-Business):-
C2B, business model में विक्रेता एक व्यक्तिगत उपभोक्ता होता है और खरीदार एक व्यवसाय या एक संगठन होता है। इस business model में, उपभोक्ता लाभ के बदले में अपने उत्पादों या सेवाओं को व्यवसायों को प्रदान करते हैं। वास्तव में, यह अन्य business model से अलग है और B2C ई-कॉमर्स मॉडल के बिल्कुल विपरीत है।
Freelancers, C2B बिजनेस मॉडल का सबसे अच्छा उदाहरण हैं, जहां एक व्यक्ति भुगतान के बदले मे कार्यों को पूरा करके व्यावसायिक संगठन को अपनी services बेचता है। freelancer.com एक प्रकार का बिजनेस मॉडल संगठन है, जहां फ्रीलांसर अपने उत्पादों/सेवाओं को व्यवसाय को बेचते हैं।इनके अलावा भी छह(six) ओर तरह के e commerce business model है जोकि Government related models है। यह कुछ इस प्रकार है:
1.B2G (Business-to-Government):-
B2G वे business model है जो सरकारों या सरकारी एजेंसियों को products, services या information को बेचने का काम करता है। यह business model सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों के बीच संचालित किया जाता है। B2G model को Public Sector Marketing Organization के रूप में भी जाना जाता है। Govt. Bids, Tenders, Contracts यह सभी B2G business model का एक उदाहरण है।
2.G2B (Government-to-Business):-
G2B ई-कॉमर्स वह business model है, जो सरकार द्वारा जारी कि जाने बाली सभी सूचनाएं और सेवाएं व्यावसायिक संगठनों को प्रदान की जाती हैं। सूचनाओं को विभिन्न सरकारी वेबसाइटों द्वारा एक व्यापक नेटवर्क सर्कल के जरिए साझा किया जाता है। व्यावसायिक संगठन तब अपनी आवश्यकताओं के अनुसार उन पर आवेदन करने के लिए इन सूचनाओ का उपयोग करता है, जैसे कि एक नया व्यवसाय शुरू करना या कुछ और।
Business के इस model में एक संगठन हर तरह के फॉर्म को government website से डाउनलोड कर सकता है और उन्हें ऑनलाइन या ऑफलाइन के जरिए संबंधित कार्यालय या विभाग में जमा कर सकता है। इस व्यवसाय मॉडल में, पहल करने वाले सरकारी एजेंसी होता हैं। यह मॉडल B2G ई-कॉमर्स मॉडल के बिल्कुल विपरीत है। हर तरह के सरकारी योजनाएं, loans, social contributions और support G2B business model का उदाहरण हैं।
3.G2C (Government – to – Citizen):-
G2C सरकार और जनता के बीच होने बाले ई-कॉमर्स है। सरकार द्वारा नागरिकों को दिए जाने वाले ऑनलाइन सेवाएं इस व्यवसाय मॉडल के दायरे में आता हैं। इन प्लेटफार्मों के माध्यम से, सरकार अपने नागरिकों को आवश्यक services provide कराता है और जरुरी सूचनाए सार्वजनिक किए जाते है।E-government applications, इस business model का एक बेहतर example है।
इस e-commerce model मे उपभोक्ता अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी जुटा सकता हैं और खुद का पंजीकरण भी करबा सकते हैं। जेसेकि taxes का भुकतान करना, भूमि और वाहनों का पंजीकरण करबाना,सूचना और सेवाएँ प्रदान करना, जन्म, विवाह ,मृत्यु या नागरिकता का प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आदि जेसे चिजे शामिल हैं।
4.C2G (Citizen – to – Government):-
C2G वह ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल है जहां नागरिक, सरकार के साथ लेनदेन करता हैं। यह लेन-देन ,व्यक्तियों और प्रशासन के बीच किया जाता है। इस व्यवसाय मॉडल में उपभोक्ता या नागरिक, सरकार या अधिकारियों से सूचनाओं के लिए मांग / अनुरोध करने में सक्षम होते हैं। जैसेकि savings या लेनदेन सम्बंधित रिपोर्ट, बिजली / पानी आदि के लिए किए गए भुकतान पर रिपोर्ट, व्यक्तिगत कर, बीमा आदि C2G व्यवसाय मॉडल के उदाहरण हैं।
5.G2G (Government – to -Government):-
G2G दो या उससे अधिक सरकारी एजेंसियों या विभागों के बीच होने वाले डेटा या सूचना के लेनदेन कि प्रणाली है।इस प्रणाली मे नागरिकों के हित कि उद्देश्य से सरकारी एजेंसियों के बीच आवश्यक सहयोग और संचार जेसे चिजे सामिल है।
6.G2E (Government-to-Employees):-
G2E एक ऐसा ई-कॉमर्स मॉडल है जो सरकारी एजेंसियों और उनके कर्मचारियों के साथ interacts करता है। यह कर्मचारियों को मुआवजे , लाभ ,उनके अधिकारों और कानूनों के बारे में जागरूकता के साथ-साथ नीतियों से कर्मचारियों को अवगत कराने का काम करता है।
Applications of e-commerce
आज इसका इस्तेमाल retail marketing, wholesale marketing and manufacturing जैसे विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में व्यापक रूप से किया जाता है। ई-कॉमर्स के सबसे अधिक उपयोग निचे दिए गए कुछ इस प्रकार हैं:
- Finance
- E-Banking
- Manufacturing
- Online Auction
- Online marketing
- Retail or wholesale
- Online publishing
- Online booking
ई-कॉमर्स का इतिहास
इसके इतिहास पर बात कि जाए तो ,यह 1990 के दशक की शुरुआत था। 1991 से यह ऑनलाइन दुनिया मे धीरे-धीरे आपना पहचान तलास ने लगा।हलाकि,इसमें कुछ समय लगे लेकिन धीरे-धीरे यह व्यावसायिक उपयोग मे आपना स्थान बनाना शुरु कर दिया। 1994 तक आते -आते जैसे ही आम लोग इंटरनेट से परिचित होने लगे, तभी से ई-कॉमर्स भी लोगो मे लोकप्रिय होने लगा।
लेकिन पेहले-पेहले लोगो मे इसे लेकर एक security protocol कि कमी महसुस होने लगी।तबी, DSL और HTTPS जैसे सुरक्षा प्रोटोकॉल प्रभावी ढंग से विकसित होने लगी। वर्ष 2000-2001 के दौरान, अमेरिका और पश्चिमी Europe समेत कई व्यवसायो ने अपने products और services को ऑनलाइन पर स्थापित करना शुरु कर दिया।
यह वह दौड था जब “ई-कॉमर्स” ने खुदरा बजार का अर्थ बदल के रख दिया था। तबी से कई रिटेलर्स ने इसके लाभों को पहचाना और अपने व्यवसायों को ऑनलाइन पर स्तापित करने के लिए अपनी वेबसाइट शुरू करने लगा। 2001 के अंत तक, B2B (Business -to- Business) मॉडल इसका सबसे प्रभावी model बन गया।
ऑनलाइन बिजनेस का भविष्य
यह तो तय है कि, ईकामर्स व्यवसाय आज तेजि से बढ़ रहा है और निकट भविष्य में यह ओर भी विकसित होने बाला है। एक अनुमान के तहत आगले 20 से 25 वर्षों मे यह उद्योग दुनिया भर में 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से भी अधिक की कारोबार कर सकता है।
इसमे पारंपरिक खुदरा कारोबार का एक अहम role होने बाला है।पिछले कुछ वर्षों में, ई-कॉमर्स व्यवसाय तेज गति से बढ़ा है। खासकर, महामारी ने पिछले सालो मे ऑनलाइन कारोबार को करिबन 180 बिलियन डॉलर के आसपास पौहचा दिया है। उम्मीद कि जा रही है के यह प्रवृत्ति आने वाले वर्षों में और बरंगे।
E-commerce के फाएदे
अगर हम e-business के फायदों पर चर्चा करे ,तो इसमें बहुत सारे फायदे मौजुद हैं। विश्व स्तर पर अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए online marketing सबसे अच्छा मंच है। यहाँ नीचे, हमने इसके बारे में एक बुनियादी अवधारणा बनाने वाले कुछ प्रमुख लाभों के बारे में बताया है।
- Flexibility for customers.
- Faster buying process.
- comparison on price & Product quality.
- Cost reduction.
- Easy purchasing method.
- Free from barking on prices.
- Various online payment modes.
- Product variation.
- Quicker response to the buyer.
- Affordable advertising and marketing facilities
10 Top e commerce companies in india
बहुत सारे ई- व्यवसाय हैं जो आज भारत में सफलतापूर्वक आपना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनमे से, दस सबसे लोकप्रिय और सफल E- Business यहा examples के तोर पर दिए गए है।
- Amazon India
- Flipkart
- Paytm
- Rediff
- Indiamart
- MakeMyTrip
- Bookmyshow
- Snapdeal
- myntra
- Meesho
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Biswajit
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