CDN क्या है?यह कैसे काम करता है?CDN जरुरी क्यों है?

CDN क्या है? – इस आधुनिक इंटरनेट युग में लोग दुनिया के हर कोने में सामग्री के रूप में बहुत सारी सूचनाओं का उपभोग करते हैं। हम अपने प्रश्नों को खोज इंजन पर डालते हैं और कुछ ही सेकंड में परिणाम प्राप्त करते हैं।

क्या आपने कभी सोचा है कि कैसे वे सामग्री या जानकारी जेसेकि, कोई text, image याफिर videos हमारे कंप्यूटर स्क्रीन पर इतनी तेज़ी से प्रदर्शित होता हैं। दरअसल, परदे के पीछे एक खास नेटवर्क सिस्टम यहा काम करता है जिसे सीडीएन के नाम से जाना जाता है।

इस लेख में मैं इसकि पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताऊंगा कि, वास्तव में एक CDN क्या है? यह कैसे काम करता है और यह क्यों महत्वपूर्ण है।

तो, हमारे साथ बने रहें और इसके बाे मे बिस्तार से जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

CDN क्या है? What is CDN in hindi

इसे Content Delivery Network या कभी-कभी Content Distribution Network के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसा समाधान है जो दुनिया भर में उपयोगकर्ताओं के बीच content को तेजी से वितरण करता है।

दरसल, यह सर्वरों का एक ऐसा समूह है जो web content के वितरण में तेजी लाने के उद्देश्य से दुनिया भर में स्थापित किया गया है।ऐसे इंटरकनेक्टेड सर्वर नेटवर्क भारी डेटा अनुप्रयोगों के लिए वेबपेज लोडिंग को गति देते हैं।

जब कोई इंटरनेट उपयोगकर्ता किसी वेबसाइट पर जाता है और उस वेबसाइट से कोई डेटा प्राप्त करने का प्रयास करता है, तो उपयोगकर्ता की मांग को पूरा करने के लिए अनुरोध को इंटरनेट के माध्यम से सर्वर तक जाना पड़ता है।

इस मामले में, जब कोई उपयोगकर्ता उस सर्वर से बहुत दूर स्थित होता है, तो उपयोगकर्ता के कंप्यूटर पर परिणाम के रूप में डेटा वापस भेजने के लिए खासकर एक बड़ी फ़ाइल, जैसे वीडियो या छवि को संसाधित करने और लोड करने में लंबा समय लगता और परिणाम प्राप्ती मे देरी होता है।

जबकि मुख्य सर्वर के बजाय, एक स्थानीय कन्टेट डेलिवरी सर्वर की भूमिका निभाता है, वेबसाइट की content को इस servers पर संग्रहीत किया जाता है जो भौगोलिक रूप से उपयोगकर्ताओं के करीब होता हैं और उनके कंप्यूटर तक बहुत तेजी से पहुंचते हैं।

CDN कैसे काम करता है?

आम तौर पर, जब कोई उपयोगकर्ता किसी वेबसाइट से जुड़ने का प्रयास करता है, तो client और वेब होस्टिंग सर्वर के बीच की दूरी के कारण content को स्क्रीन पर प्रदर्शित होने में समय लगता है।

इसके अलावा एक और कारण है जोकि content delivery में देरी कराता है यह हे, हर बार एक client जब सर्वर को कोई अनुरोध भेजता हे तो सर्वर हर एक अनुरोध के लिए एक नई लोडिंग प्रक्रिया को दोहराता है जो content डिलीवरी प्रक्रिया मे अतिरिक्त समय लेता है।

लेकिन, content delivery network प्रणाली मे, क्लाइंट के निकटतम सर्वर का उपयोग करने के कारण content delivery प्रक्रिया तेज होता है। इसके अलावा cache तकनीक समय की खपत को ओर भी कम करता है क्योंकि यह मूल फाइलों की एक डुप्लिकेट कॉपी बनाता है और उन्हें प्रत्येक उपयोगकर्ता के अनुरोध पर पृष्ठों को लोड करने के बजाय प्रॉक्सी सर्वर में संग्रहीत करता है।

अब जब कोई क्लाइंट सर्वर से सूचना मांगने के लिए अनुरोध भेजता है तो निकटतम proxy सर्वर उस पर प्रतिक्रिया देता हे और जल्द से जल्द उन सूचनाओ को उपयोक्ता स्क्रीन पर प्रदर्शित कराता है।

इसके बारे मे विस्तार से समझने के लिए, यहां एक उदाहरण दिया गया है।

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मान लीजिए, एक उपयोगकर्ता जानकारी जुटाने के लिए किसी वेबपेज को लोड करने की कोशिश कर रहा है,और वे भारत मे बैठे हैं।लेकिन मुख्य सर्वर, जहां दस्तावेज़ो को होस्ट किया गया है वह कनाडा में स्थित है।

ऐसे मे अब content delivery network system क्लाइंट और सर्वर के बीच कि दुरी को कम करने और समय कि बचत के लिए स्थानीय या नजदीकी सर्वर के द्वारा कपी कि गई दस्तावेज़े क्लाइंट को अनुरोध के जवाब में भेजता है और इस प्रकार यह लोडिंग समय को कम करता है,और परिणामस्वरूप वेब पेज तेजी से लोड होता है।

इसे और बेहतर से समझने के लिए निचे दो चित्र दिए गए है, जिसके जरिए आपको यह समझने मे आसानी होगा कि केसे एक सर्वर इसके साथ या इसके बिना काम करता है और आपको केसे इसके परिणाम प्राप्त होता है।

CDN के साथ बैवसाइट कैसे काम करता है?

CDN क्या है ?What is CDN in hindi

बिना CDN के बैवसाइट कैसे काम करता है?

CDN क्या है ?What is CDN in hindi

CDN क्यों जरुरी है?

एक content delivery network उपयोगकर्ताओं को छवियों, वीडियो, CSS और जावास्क्रिप्ट जैसे भारी फ़ाइलों को डाउनलोड करने के लिए एक वैकल्पिक सर्वर नोड प्रदान करता है और ये नोड्स दुनिया भर में फैला हुए हैं। इस प्रकार वे भौगोलिक रूप से उपयोगकर्ताओं के करीब होता है और संचार मे कम विलंबता के कारण content का तेज़ी से डाउनलोड करता है।

इसका प्राथमिक उद्देश्य विलंबता को कम करना या संचार में देरी को कम करना है। इंटरनेट की जटिल प्रकृति के कारण, वेब सर्वरों के बीच संचार जहां आपकी वेबसाइट होस्ट की गई है और जो उपयोगकर्ता आपकी वेबसाइट तक पहुंचना चाहते हैं उन्हें एक बड़ी भौतिक दूरी को तए करना पड़ता है।

ऐसे मे यह उपयोगकर्ता और वेबसाइट सर्वर के बीच मध्यस्थ सर्वर द्वारा संचार में होने बाले देरी में सुधार करता है। ये सर्वर स्थानीय रूप से कुछ क्लाइंट-सर्वर संचारों का प्रबंधन करता हैं और इस प्रकार यह वेब सर्वर पर वेब ट्रैफिक लोड को कम करता है,

साथ ही बैंडविड्थ खपत को भी कम करता है, और user experience को बेहतर बनाता है। इसलिए, अगर आप एक वेबसाइट चलाते हैं या एक वेबसाइट चलाना चाहते हैं तो सीडीएन आपकी वेबसाइट के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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CDN के फाएदे

content delivery में तेजी लाने के अलावा भी इसके और बहुत सारे फाएदे है। कई शीर्ष स्तरीए ब्रांड और वेबसाइट आज इनका उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि उन्हे वैश्विक दर्शकों के बीच एक अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करना हैं और उनकी content को दर्शकों के बीच तेजी से वितरित करना है।

लेकिन आज भी, कई व्यवसायों को यह नहीं पता है कि एक कन्टेट डेलिवरी सिष्टेम उनके व्यवसाय को कितना लाभ पहुंचा सकता है। यहां नीचे, मैंने Content Delivery Network को लागू करने के कुछ महत्वपूर्ण लाभों को सूचीबद्ध किया है।

  • Faster content delivery:-

क्योकि यह उपयोगकर्ता के करीब होता है, इसलिए उपयोगकर्ता तक content बिना देरी के पोहचता है। क्योकि आपके content को main server तक पोहच ने के लिए अनाआवश्यक यात्रा करना नही पड़ता। और इसीलिए एक local server के तौर पर CDNआपकी वेबसाइट को बहुत तेजी से लोड करता है।

  • More users engagement:-

इसकी उच्च डेटा थ्रेशोल्ड या ज्यादा bandwidth के कारण बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता बिना किसी देरी के नेटवर्क का उपयोग कर सकता हैं। इसकी उच्च यातायात प्रवाह दुनिया भर के लोगों को एक साथ आपकी वेबसाइट तक पहुंचने की अनुमति देता है।

  • More availability:-

इसमे सर्वर हमेशा चलता रहता हैं, और इसीलिए अगर आपका सर्वर कभी डाउन होने पर भी आपकी वेबसाइट की उपलब्धता बना रहता है। बिना इसके , आपका सर्वर कभी-कभी डाउन हो सकता है और जिसका मतलब यह है कि आपको साईट कि access के लिए तब तक इंतजार करना होगा जब तक आपका होस्ट इसे ठीक न कर दे।

लेकिन, अगर आप CDN का उपयोग करते हैं तो ऐसा नहीं होगा क्योकि यह सर्वर तब तक आपके कैश्ड पेजों का उपयोग करेगा जब तक आपका main होस्ट पुरी तरह ठीक न हो जाए।

  • Managed content delivery:-

यह आपकी content की delivery पर गहरी नजर रखता है ताकि content distribution कि निरंता को बनाए रंखा जा सके। ऑपरेटर वास्तविक समय के आंकड़ों को मापते हुये यह निर्धारित करता हैं कि server को कही पर अतिरिक्त क्षमता प्रदान करने की आवश्यकता है या नही ताकि अगर किसी क्षेत्र में सर्वर ओवरलोड हो रहा है, तो ऑपरेटर यह सुनिश्चित कर सके और अतिरिक्त बैंडविड्थ प्रदान कर सके, ताकि सब कुछ सुचारू ढंग से चल सके।

  • Reliablity on content delivery:-

इसका उपयोग content delivery को अधिक सुसंगत बनाता है ताकि आपके वीडियो और छवियों जैसे high-resoluted contents को सुचारु रुप से प्रदर्शित किया जा सके। इस तरह आपकी वेबसाइट की user experence पर एक अच्छा प्रभाव पडता हैं।

  • SEO advantages:-

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) में पेज स्पीड एक महत्वपूर्ण रैंकिंग फैक्टर होता है। अधिकांश सर्च इंजन यहां तक ​​कि गूगल सर्च इंजन भी पेज लोडिंग समय को SERP में बेहतर प्रदर्शन के लिए एक अच्छा संकेत मानता हैं। इसलिए, एक तेज़ सामग्री वितरण नेटवर्क आपकी साइट कि SEO में सुधार कर सकता है।

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Types of CDN

जब आप CDN के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, तो आपको साथ मे इसके प्रकार और उनकी विशेषताओं के बारे मे भी जानना होगा। क्योंकि यह आपकी वेबसाइट के लिए एक आदर्श service चुनने में आपकी मदद करेगा।

आमतोरपर, मुख्य रूप से दो अलग-अलग प्रकार के कन्टेट डेलिवरी सर्वर मौजूद हैं जिन्हें Push CDN और Pull CDN के नाम से जाना जाता है।

इन दोनों के ही अपने अलग -अलग विशेषताए है।वे दोनो ही आपके जरुरतो के आधार पर निभ॔र करता है कि आप आपने वेबसाइट के साथ कितना ट्रैफ़िक प्राप्त करना चाहते हैं और स्थिति के अनुसार वे एक दूसरे से बेहतर हो सकता है।

  • Push CDN:-

यह एक प्रकार का content delivery network है जहां सीडीएन मूल सर्वर के समान ही काम करता हैं।वहां, मूल सर्वर सीधे इस सर्वर पर स्वचालित रूप से content भेजता है और उससे लिंक करता है और तब तक अंतिम उपयोगकर्ता को cached content प्रदर्शित करता है जब तक न पेज का एक नया संस्करण न बन जाए।

इसमे आप अपनी content के साथ लचीला होने का लाभ उठा सकते हैं। एक content निर्माता के रूप में, आप इसे निर्दिष्ट कर सकते हैं कि कौन सी content सीडीएन पर धकेला जाए, ऐसा करना कब समाप्त हो, और इसे कब अपडेट होना है।

  • Pull CDN:-

दूसरी ओर, Pull CDN, Push CDN के बिल्कुल विपरीत काम करता है। इसमे, वेबसाइट के मालिक visitors के लिए सही content प्रदर्शित करने और अपलोड कर सकते है।

जब एक वेब पेज के लिए एक अनुरोध किया जाता है, तो वे वेब पेज और इसकी फाइलों को मूल सर्वर से खींचता और इसे visitors को प्रदान करता है। साथही वे इस संस्करण के समाप्त होने तक cache pages को visitors के सामने प्रस्तुत करता है।

CDN क्या है? अब यह हमने जाना, चलिए अब कुछ प्रमुख CDN network providers कोन कोन से है इसे भी थोड़ा जान लेते है।निचे कुछ प्रमुख और लोकप्रिय service provider के नाम दिए गए है।

  • StackPath
  • cdn77
  • Sucuri
  • Cloudflare
  • KeyCDN
  • CacheFly
  • Rackspace
  • Google Cloud
  • Amazon CloudFront

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वेबसाइट के लिए एक सही सीडीएन कैसे चुनें?

एक सही और अच्छे स्तर की सर्विस का चुनाब मुख्य रूप से आपकी जरुरतो पर निर्भर करता है। जेसे एक साधारन वर्डप्रेस ब्लॉग की आवश्यकता के साथ एक SEO guided सॉफ़्टवेयर साइट को compare नही किया जा सकता क्योकि ऐसी बेवसाइटो के लिए सनसाधण कि आबश्कताए ज्यादा होती है और इसीलिए उनकी कन्टेट डेलिवरी भी इसी स्तर का चाहिए होता है।

एक सीडीएन सर्विस का चुनाब करते समय जिन बातो पर ध्यान देने कि खास जरुरत है वे कुछ इस प्रकार है:

  • Site’s Requirements:-

एक सही cdn service provider चुनने से पहले आपको अपनी आवश्यकताओ को सुनिश्चित करें और तय करें कि push और pull cdn इन मे से किसे चुनना है।

उदाहरण के लिए, अगर आप वर्डप्रेस पर एक ब्लॉग चलाते है जिसमें दुनिया भर से अच्छाखसा ट्रैफ़िक हैं, तो pull cdn आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

और अगर आप एक ऐसी वेबसाइट चला रहे हैं जिसमे विभिन्न प्रकार सॉफ्टवेयर, थीम, छवि, वीडियो आदि प्रदान किया जाता है तो Push CDN एक बेहतर विकल्प होगा। हर एक कन्टेट डेलिवरी सेवा प्रदाताओं की तकनीक अलग-अलग होता है।

जेसे कि अमेज़ॅन का Cloudfront, push तकनीक का उपयोग करता है, और MaxCDN दोनों तकनीको का इस्तेमाल करता है।

  • Integration:-

इसे इंटीग्रेट करते समय यह जानना जरूरी है कि यह आपकी साइट के अनुकूल है या नहीं। यह वास्तव में उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर करता है जिसका आप उपयोग कर रहे हैं।

अगर आप वर्डप्रेस सीएमएस का उपयोग कर रहे हैं, तो ऐसे कई प्लगइन्स हैं जो आपकी वेबसाइट के लिए एक लोकप्रिय सीडीएन सेवा को एकीकृत करने में आपकी मदद कर सकता हैं, जैसेकि W3 Total Cache, LiteSpeed Cache आदि।

  • Features:-

इस सेवा को चुनने और एकीकृत करने से पहले आपको इसकी विशेषताओं के बारे में पता होना चाहिए। जेसेकि इसकी बुनियादी कार्यात्मकताओं के अलावा, वे आपको ओर कौन सी अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं जैसे स्पैम सुरक्षा के लिए फ़ायरवॉल, रीयल-टाइम आंकड़े, FTP के माध्यम से फ़ाइल अपलोड, आदि। अन्य कन्टेट डेलिवरी सेवा प्रदाताओं के साथ सुविधाओं की तुलना करें।

  • Traffic sources:-

मान लीजिए कि, आपकी ज्यादातर ट्रैफ़िक स्रोत भारत से प्राप्त होता है, लेकिन आपने जिस कन्टेट डेलिवरी SERVICE का चुनाब किया हैं, वह भारतीय क्षेत्र के लिए सर्वर प्रदान नहीं करता है।

उस स्थिति में, भारतीय साइट विज़िटर आपके content को एक तय समय के भीतर नहीं ढूंढ पाएंगे। इसलिए आपको उस सेवा को चुनना होगा जो आपकी आवश्यकता को पूरा करता हो।

  • Cost:-

निश्चित रूप से लागत एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर हम विचार कना होता हैं। हर एक सीडीएन के लिए उनके विशेषताओ के अनुसार कीमतें अलग-अलग होता हैं। इसकी लागत आपकी जरुरतो, विशेष रूप से बैंडविड्थ और storage कि आवश्यकताओं पर भी निर्भर करना है।

Pro tips:-

एक सठिक content delivery network चुनना वास्तव में एक कठिन और भ्रमित करने वाला काम है, इसे समझ पाना कि आखिर आपको आपने लिए कौन सी service की आवश्यकता है, खासकर जब आप नौसिखिया हों। इसलिए, इन सभी झिझक से बचने के लिए, मेरा सुझाव है कि आपको एक होस्टिंग बंडल के साथ जाना चाहिए।

ऐसी, कई लोकप्रिय होस्टिंग प्रदाता हैं जो इस तरह की समस्या को समझता हैं और इसलिए, उन्होंने इस प्रकार का बंडल होस्टिंग पैक लॉन्च किया है जहां सभी आवश्यक टूल किट (Cache plugin,CDN, SSL Certificate,website builder)एक ही छतरी के नीचे एक ही स्थान पर रखे जाते हैं। मेरी जानकारी में, Hostinger वेब होस्टिंग एक ऐसी होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर है जो इस तरह का बंडल पैक पूरी तरह से मुफ्त प्रदान करता है। ये डिजिटल मार्केटिंग उद्योगों में नए लोगों के लिए अत्यधिक फायदेमंद और प्रोत्साहित करने योग्य हैं।

FAQs:-

CDN किस लिए उपयोग किया जाता है?

दरसल,एक सामग्री वितरण नेटवर्क एक वेबसाइट की कार्यक्षमता में सुधार करता है और उपयोगकर्ता की संतुष्टि को बढ़ाता है। इसके उपयोग के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं।

1. High-speed content delivery
2. Real-time streaming
3. Multi-user scaling
4. Better site performance
5. Improved User Experience
6. Reliability
6. Crash Resistance

CDN का फुल फॉर्म क्या है?

इसे content delivery network के रूप में जाना जाता है, जिसे content distribution network भी कहा जाता है। यह नेटवर्क का एक समूह है और भौगोलिक रूप से वितरित इंटरकनेक्टेड सर्वर है। यह content delivery में तेजी लाने के लिए उपयोगकर्ता को निकटतम स्थान से cached content प्रदान करता है।

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Conclusion

उम्मीद है कि CDN क्या है? इससे समन्धित सभी जानकारी इस लेख के जरिए आपको मिल गया होगा। अगर यह जानकारी आपको अच्छा लगा हो तो कृपया इसे आपने दोस्दो के साथ साझा करे और Blogging, WordPress Adsense आदि समेत Digigal Marketing से जुड़े सभी जानकारी के लिए इस website को जरुर Subscribe करे।

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