ब्रॉडबैंड क्या है?Broadband meaning in hindi?

यह एक ऐतिहासिक क्षण था जब Michael Faraday ने बिजली की खोज की और मानव जीवन अचानक से बदल गया।बिजली के उद्भव के साथ कई प्रकार के विद्युत उपकरण अस्तित्व में आए जो हमारे जीवन को आरामदायक और आसान बना दिया।

अब, यह एक और गौरवशाली क्षण था जब इंटरनेट मानव सभ्यता में आया जो हमें वैश्विक स्तर पर लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने में सक्षम बनाता है। वर्ल्ड वाइड वेब की खोज के बाद इंटरनेट की पहुंच आसान और तेज हो गई और लोग धीरे-धीरे इससे जुड़ते गए।

इसके आधार पर कई ऑनलाइन सेवाएँ और सॉफ़्टवेयर विकसित किए गए हैं जो लोगो के दैनिक जीवन को काफी तेज़ बना दिया। लेकिन, इन सेवाओं तक पहुँचने के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता थी और फिर ब्रॉडबैंड ने इस मांग को पुरा किया जिससे लोगों को भारी मात्रा मे उन सेवाओं तक पहुँचने में मदद मिली।

तो इस लेख में, हम जानेंगे कि वास्तव में ब्रॉडबैंड क्या है, Broadband meaning in hindi? और यह कैसे काम करता है, साथ ही विभिन्न प्रकार के ब्रॉडबैंड कनेक्शनों को भी जानेंगे जिसने हमारे दैनिक जीवन को सशक्त बनाया है।

Broadband meaning in hindi?

आइए सबसे पहले संक्षेप में समझें कि ब्रॉडबैंड का मतलब क्या है। वास्तव में, यह एक हाई-स्पीड इंटरनेट सेवा या दूरसंचार सेवा है जो वास्तव में व्यापक बैंडविड्थ क्षमता के साथ उच्च दर पर डेटा संचारित करने में अत्यधिक सक्षम है।

यह एक उन्नत और उच्च-प्रदर्शन वाली इंटरनेट सेवा है जो डेटा संचारित करने के लिए कई संकेतों को जोड़ती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को उच्च गति के कनेक्शन और वास्तविक समय के अनुभव के साथ सभी प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं का आनंद लेने या उपयोग करने की क्षमता मिलती है।

इसका संक्षिप्त इतिहास

इसकी उत्पत्ति 2000 के दशक की शुरुआत में देखी जा सकती है जब इसने व्यवसायों और तकनीक-प्रेमी व्यक्तियों के बीच लोकप्रियता हासिल करना शुरू कर दिया था। अपने शुरुआती चरण में, ब्रॉडबैंड सुविधाएं प्राप्त करने के लिए Cable और DSL ही एकमात्र विकल्प थे, लेकिन समय के साथ प्रौद्योगिकी के विकास के साथ फाइबर ऑप्टिक्स का विकास हुआ, जो और भी अधिक गति और दक्षता प्रदान करता है।

जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ी, वे लोगो के घरों में अधिक सुलभ हो गया, जिसने धीरे-धीरे 90 के दशक में प्रचलित धीमे गति से चलने बाले डायल-अप कनेक्शन की जगह ले ली। अब, हमारे तकनीकी-निर्भर जीवन में ऐसी व्यापक कनेक्टिविटी होना आवश्यक है जो लोगों को विश्व स्तर पर एक-दूसरे से जुड़ने में सक्षम बनाती है और साथ ही हमें इंटरनेट की दुनिया में मौजूद विशाल जानकारी तक हमारी उंगलियों पर पहुंचने में सक्षम बनाती है।

ब्रॉडबैंड और डायल-अप के बीच बुनियादी अंतर

इन दोनो के विच के बीच की अंतर इनकी गति है ,जो प्रौद्योगिकी और उपयोगिता पर निभ॔र करता है। आमतौरपर, डायल-अप कनेक्शन को स्थापित करने के लिए मौजूदा टेलीफोन लाइनों का उपयोग किया जाता है, जिससे डेटा ट्रांसफर दर काफी सीमित और धीमी होती है और वेब पेजों को खुलने या उन्है डाउनलोड करने के लिए काफी समय लगता है। दूसरी ओर, वे उन्नत ट्रांसमिशन तकनिक का उपयोग करता है, जो काफी तेज़ी से काम करता है, और हमेशा चालू कनेक्टिविटी प्रदान करता है।

डायल-अप कम भरोसोमन्द होते है और उपयोग के दौरान काम को बाधित करता है, जबकि ब्रॉडबैंड क साथ, इंटरनेट एक्सेस और फोन दोनो का उपयोग एकसाथ किया जा सकता है। ब्रॉडबैंड कि इन्ही खुभीओ के कारण अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए ये सबसे पसंदीदा विकल्प बन गया है, और उनकी मांग को पूरा करता है।

कैसे ब्रॉडबैंड मानव जीवन को आसान बनाता है

इन्टरनेट ने आपनी शुरुबाती दौड़ से ही मानव जीवन को कई तरह की सौगात देता आया है।उनमे कई ऐसी सौगात है जिसकी कल्पना इनसानी दुनिया ने शायद कभी कि ही नही। जिनके चलते ये लोगो मे छा गया और इनसानी दुनिया का एक अभिन्न अंग वन गया।

हलांकी, प्रारम्भ मे इसकी गती काफी धीमी थी जिसके कारण तब इन्टरनेट कि इतनी सुबिधाए उपलध्ब नही थी जितना आज हमे दिखने को मिलते है। समय के साथ साथ टेलिकमिनिकेशन का विकास होता गया और इसकी गति मे भी सुधार होता चला गया। पहला बदलाब 2G के रुप मे दिखने को मिली और बडते बडते अब ये 5G तक पहुच गया जहा ब्रॉडबैंड की एक बड़ी भुमिका रही। नीचे मानव जीवन पर इनके कुछ प्रभावो को दश॔या गया है:

शिक्षा में उपयोग: इसकी कि गति के सुधार के साथ साथ कई तरह के प्लेटफम उभर के आयी जो लोगो के लिए विभिन्न प्रकार की सेवाएँ प्रदान कीं इनमे से शिक्षा कार्यक्रमों एक बड़ी उपलध्बी है खासकर छात्रो के लिए। जिनके वदोलत छात्रए अब सिमीत दाएरे से बाहर निकल कर बड़े पेमाने पर शिक्षा प्राप्ती के लिए सक्षम हो गए।

संचार में उपयोग: शुरुआती दिनों में संचार वॉयस कॉल पर ही सीमित था। लेकिन, इन्टरनेट की तेज गति और ब्रॉडबैंड कि सुबिधाओ ने लोगो के लिए संचार का एक ओर नया द्बार खोल दिया। लोग अब केवल वॉयस कॉल पर ही सीमित नही रहे बल्की इससे कही आगे निकल गया। लोग अब मिलो कि फासलो को मिटाते हुये विडिउ कॉलिंग के जरिए आमने-सामने कि संचार स्पापित करना ज्यादा पसन्द करते है।

व्यवसाय विकास में उपयोग: पहले व्यवसाय का दाएरा काफी सिमित हुया करता था। हलांकी, केवल बड़े ब्यापारी ही पैसे के दमपर आपनी क्षैत्रो को फेएला लकते थे। लेकिन ब्रॉडबैंड के वदोलत अब छोटे ब्यापारी भी आपनी व्यवसाय दुनिया भर मे आसानी से फेएला सकते है।

खरीदारी में उपयोग: इसके अस्तित्व में आने से पहले लोगों को भीड़ भरे बाजार में जाकर मुंहमांगा पैसा देकर सामान खरीदना पड़ता था। साथ ही सामान का विकल्प भी कम था. सामान खरीदने के लिए स्वयं बाजार जाना पड़ता था। लेकिन ब्रॉडबैंड के आगमन के साथ, चीजें धीरे-धीरे बदलने लगीं और ज्यादातर लोग अब भीड़ से बचते हुए अपने घर से ही खरीदारी करना पसंद करते हैं।

पैसो कि भुगतान में उपयोग: चाहे बिजली का बिल हो, टेलीफोन का बिल हो, गैस का बिल हो या पानी का बिल हो, हमें इनके भुगतान के लिए अलग-अलग कार्यालयों में जाना पड़ता था और पैसे लेने के लिए बैंक भी जाना पड़ता था, जो एक और सिरदर्द था। लेकिन ब्रॉडबैंड ने हमारे लिए यह काम बहुत आसान बना दिया है। अब हमें इनके भुगतान के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है, हम इन्हें घर बैठे ही पूरा कर सकते हैं।

स्थान ढूँढने में उपयोग: पहले लोगो को सफर के दौरान किसी स्थान का पता लगाने के लिए या वहा तक पहुच ने के लिए दिशा निदे॔शक साइनवोड का उपियोग करना होता था लेकिन अब इस काम के लिए GPS की मदद लि जाती है। यह सिष्टेम आपको सिधा इन्टरनेट से जौड़ता है और मेपिं के जरिए आपको आगे का रास्ता दिखाता जाता है। और ये सब सिर्फ ब्रॉडबैंड के कारण ही सम्भब हो पाया है।

इसके प्रकार, फायदे और नुकसान

यह कनेक्शन विभिन्न प्रकार के होते हैं और हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस प्रदान करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करते हैं। यहां सबसे लोकप्रिय प्रकार के ब्रॉडबैंड कनेक्शन उनके फायदे और नुकसान के साथ दिए गए हैं:

1. Digital Subscriber Line (DSL):

यह एक मॉडेम-आधारित तकनीक है जो हाई-स्पीड डेटा संचारित करने के लिए मौजूदा टेलीफोन कनेक्शन का उपयोग करके काम करती है। यह एक समर्पित, पॉइंट-टू-पॉइंट और सार्वजनिक रूप से सुलभ नेटवर्क है।

डीएसएल कनेक्शन आम तौर पर उन ग्राहकों के लिए सबसे अधिक कुशल होते हैं जो नेटवर्क सेवा प्रदाता (एनएसपी) के केंद्रीय कार्यालय के करीब होते हैं। लेकिन, इसकी सबसे बड़ी कमी यह है कि ग्राहक इसके केंद्रीय कार्यालय से जितना दूर होगा, इसकी स्पीड भी उतनी ही कम होने लगती है।

2. Cable Internet

यह एक अन्य प्रकार का ब्रॉडबैंड कनेक्शन है जो पूर्व-निर्मित केबल टीवी नेटवर्क के माध्यम से आपके घर में इंटरनेट प्रदान करता है। यह अपनी अधिक बैंडविड्थ के कारण सभी प्रकार के सिग्नलों को तेजी से और कुशलता से प्रसारित करने में अत्यधिक सक्षम है। ज्यादातर मामलों में, यह अन्य समान सेवाओं की तुलना में बहुत तेज़ है और साथ ही अधिक लागत प्रभावी भी है, क्योंकि यह पूर्व-निर्मित केबल नेटवर्क के माध्यम से काम करता है। इसके कई सारे फायदों के बावजूद इसमें कुछ कमियां भी हैं।

मान लीजिए, यदि कई उपयोगकर्ता एक ही समय में एक ही कंप्यूटर नेटवर्क पर एक साथ काम करते हैं तो इसकी गति कम हो सकती है। इसके अतिरिक्त, यदि किसी भी कारण से कहीं भी नेटवर्क भौतिक रूप से खराब हो जाता है तो संपूर्ण कनेक्टिविटी बाधित हो जाएगी।

3. Fiber Optic

यह भी एक प्रकार का हाई-स्पीड कनेक्शन है जो आपके घर तक डेटा संचारित करने के लिए लेजर या एलईडी प्रकाश तरंगों का उपयोग करता है। डेटा ट्रांसफर के मामले में ये केबल मानक तांबे के तार की स्पीड से काफी तेज हैं। जिसके कारण यह DSL, केबल और सैटेलाइट ब्रॉडबैंड कनेक्शन की तुलना में तेज़ गति प्रदान करता है।

इसका एक दोष यह है कि फाइबर किसी भी धातु की तुलना में बहुत हल्का और पतला होता है, इसलिए इसके टूटने का खतरा अधिक होता है जो इसे शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, यदि किसी कारण से फाइबर ऑप्टिक केबल कट या टूट जाता है, तो यह पूरे नेटवर्क सिस्टम को बाधित कर सकता है।

4. Satellite

यह एक वायरलेस सेवा है जो पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों के माध्यम से प्रसारित होती है। यह डीएसएल या केबल-आधारित ब्रॉडबैंड सेवाओं से काफी अलग है।

यह एकमात्र ऐसी सेवा है जो शहरी क्षेत्रों से लेकर दूरदराज के कस्बों और गांवों तक कहीं भी पहुंचा जा सकता है। और इसीलिए इसे एक प्रभावी सेवा माना जाता है। लेकिन अन्य सेवाओं की तरह इसमें भी कुछ कमियां हैं। इसकी सबसे बड़ी खामी यह है कि क्योंकि यह पृथ्वी से लगभग 22,000 मील की दूरी पर स्थित उपग्रहों से प्रसारित होता है, इसलिए इसकी गति में विलंबता देखी जाती है। इसके अलावा इसकी सेटअप लागत भी अधिक है।

5. Fixed wireless Internet

यह एक एंटेना के माध्यम से काम करता है जोकि उपयोगकर्ताओं के छद पे लगे होते है।मूल रूप से, यह एक रेडियो सिग्नल का उपयोग करता है जो एक बेस स्टेशन से प्रसारित होता है जो एक टावर जैसी ऊंची संरचना पर स्थापित होता है।

अब यह उपयोगकर्ता के एंटीना को सिग्नल भेजता है और एंटीना फिर सिग्नल प्राप्त करता है और इस सिग्नल को उपयोगकर्ता के मॉडेम में भेजता है और फिर मॉडेम उन्हें घरेलू उपकरणों के लिए इंटरनेट कनेक्शन के रूप में परिवर्तित करता है। यह उन क्षेत्रों के लिए आदर्श है जहां भूमि आधार कवरेज बनाना मुश्किल है।

इस प्रकार के कनेक्शन को भरोसेमन्द माना तो जा सकता है, लेकिन अन्य ब्रॉडबैंड कनेक्शन की तरह इसमें भी कुछ बाधाएँ हैं। जैसेकि, तेज़ हवाओं और जौरो कि बारिश इसकी सिग्नल को बाधित कर सकता है। इसके अलाबा,बेस स्टेशन और एंटेना के वीच आने बाली उची पाहाड़ या इमारते भी इसकी सिग्नल को धीमी कर सकता है।

6. Mobile Broadband

अन्य इंटरनेट कनेक्शन की तरह, यह भी एक वायरलेस हाई-स्पीड का विकल्प है जिसे मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है। यह 3जी, 4जी या 5जी मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से डेटा प्रसारित करता है।

इस प्रकार के ब्रॉडबैंड कनेक्शन के लिए उपयोगकर्ताओं को किसी भी प्रकार के स्थानीय नेटवर्क या हॉटस्पॉट डिवाइस की आवश्यकता नहीं होती है। इसे पोर्टेबल मॉडेम, डोंगल या यहां तक कि स्मार्टफोन से भी आसानी से एक्सेस किया जा सकता है। ऐसे कनेक्शन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह चलने योग्य है और बहुत सुविधाजनक भी है।

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